उत्तर कोरिया में लॉन्चिग समारोह के दौरान नौसेना के विध्वंसक जहाज के असफल प्रक्षेपण को लेकर जांच तेज हो गई है। वहीं उत्तर कोरिया ने समुद्र में पलटे जहाज को सीधा कर लिया है। जहाज को चोंगजिन के पूर्वोत्तर बंदरगाह के घाट पर खड़ा कर दिया गया है। साथ ही इसकी मरम्मत का काम जारी है। सैटेलाइट तस्वीरों में विध्वंसक जहाज सीधा खड़ा और तैरता हुआ दिखाई दिया। हालांकि जहाज को हुए नुकसान का आकलन नहीं हो सका है।
उत्तर कोरिया की कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी के मुताबिक मरम्मत के अगले चरण की शुरुआत से पहले जहाज के पतवार की बारीकी से जांच की जाएगी। नई मरम्मत पड़ोसी बंदरगाह राजिन के शुष्क गोदी में किया जाएगा और इसके सात से 10 दिन तक चलने की उम्मीद है। सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी के एक वरिष्ठ अधिकारी जो चुन रयोंग ने बताया कि जून के अंत में होने वाली पार्टी की प्रमुख कांग्रेस से पहले विध्वंसक को पूरी तरह से ठीक कर दिया जाएगा।
उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने बताया कि 5,000 टन वजनी नौसेना का युद्धपोत बुधवार को चोंगजिन के पूर्वोत्तर बंदरगाह पर लॉन्च समारोह के दौरान हादसे का शिकार हो गया था। दरअसल, युद्धक जहाज इसके पिछले हिस्से पर लगे ट्रांसपोर्ट क्रैडल के अलग हो जाने से क्षतिग्रस्त हो गया। सैटेलाइट तस्वीरों में जहाज पानी में एक तरफ पड़ा हुआ दिखाई दे रहा है, जिसका ज्यादातर हिस्सा पानी में डूबा हुआ है और उस पर नीले रंग के कवर लगे हुए हैं।
जहाज के असफल प्रक्षेपण के लिए चार शिपयार्ड अधिकारियों को हिरासत में लिया गया है। यह जहाज उत्तर कोरिया का दूसरा ज्ञात विध्वंसक जहाज है। असफल प्रक्षेपण के बाद किम को शर्मिंदगी उठानी पड़ी। घटना को लेकर तानाशाह किम जोंग उन काफी नाराज बताए जा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि यह एक आपराध है। यह लापरवाही की वजह से हुआ है। उन्होंने दोषियों को कड़ी सजा देने की कसम खाई थी।
उत्तर कोरिया की नौसेना को उसके प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में काफी कमजोर माना जाता है। इसलिए उत्तर कोरिया लगातार विध्वंसक जहाजों की तैनाती कर रहा है। हाल ही में हादसे का शिकार हुआ युद्धक जहाज अप्रैल में लॉन्च किए गए युद्धपोत जैसा था। जहाज को विभिन्न हथियार प्रणालियों को संभालने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें एंटी-एयर और एंटी-शिप हथियार और साथ ही परमाणु-सक्षम बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइल शामिल हैं।
दक्षिण कोरियाई अधिकारियों और विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया के विध्वंसक पोत का निर्माण रूस की मदद से किया गया है। किम ने रूस को युद्ध में सहायता के लिए हजारों सैनिक और सैन्य उपकरणों की बड़ी खेप मुहैया कराई हैं। किम ने बुधवार को रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगू से मुलाकात भी की।