ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु कार्यक्रम को लेकर चल रही बातचीत के बीच ईरान ने अपना सख्त रुख दोहराया है। बुधवार को ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा कि हम यूरेनियम संवर्धन कभी नहीं रोकेंगे, चाहे समझौता हो या नहीं। बता दें कि अराघची यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका और ईरान के बीच नए दौर की अप्रत्यक्ष वार्ता की तैयारी हो रही है।अब तक कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन कोई ठोस समझौता नहीं हुआ है। मामले में अमेरिका चाहता है कि ईरान यूरेनियम संवर्धन पूरी तरह छोड़ दे, लेकिन ईरान इसे अपना अधिकार मानता है।
अराघची ने कहा कि उनकी सरकार अगले दौर की बातचीत में हिस्सा लेगी या नहीं, इस पर विचार कर रही है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को रोम में ईरान और अमेरिका की पांचवें दौर की अप्रत्यक्ष बातचीत हो सकती है, हालांकि दोनों देशों ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। हालांकि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने भी एक दिन पहले कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि अमेरिका से चल रही परमाणु बातचीत का कोई ठोस नतीजा निकलेगा।
परमाणु कार्यक्रम को लेकर चल रहे तनाव के बीच अमेरिका का बड़ा दावा सामने आया है। इसके तहत कहा गया है कि अमेरिका को नई खुफिया जानकारी मिली है जिससे संकेत मिलते हैं कि इस्राइल ईरान के परमाणु ठिकानों पर सैन्य हमले की तैयारी कर रहा है। यह जानकारी अमेरिका की एक न्यूज चैनल ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से दी है।
गौरतलब है कि 2015 में हुए परमाणु समझौते में ईरान ने यूरेनियम संवर्धन की सीमा 3.67% तक रखी थी, लेकिन 2018 में ट्रंप के अमेरिका को इस समझौते से अलग करने के बाद ईरान ने सभी सीमाएं तोड़ दी हैं और अब 60% तक संवर्धन कर रहा है, जो कि हथियारों में इस्तेमाल होने वाले स्तर (90%) के बहुत करीब है।
इस बीच अमेरिका और इस्राइल बार-बार ईरान पर दबाव बना रहे हैं। ट्रंप ने धमकी दी है कि अगर समझौता नहीं होता, तो ईरान के परमाणु ठिकानों पर सैन्य कार्रवाई हो सकती है। वहीं, इस्राइल ने भी एकतरफा हमले की चेतावनी दी है, जिससे पहले से तनावग्रस्त मीडिल ईस्ट में हालात और बिगड़ सकते हैं।
चाहे समझौता हो या न, यूरेनियम संवर्धन नहीं रुकेगा’, परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिका को ईरान की दो टूक
