वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चौंकाने वाला बयान दिया है। ट्रंप ने दावा किया है कि पाकिस्तान गुप्त रूप से परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कुछ अन्य देशों पर भी गुप्त परीक्षण गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया, हालांकि उन्होंने इन देशों के नाम स्पष्ट रूप से नहीं बताए।
एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि दुनिया के कई देश ऐसे हैं जो अंतरराष्ट्रीय संधियों और निगरानी तंत्रों की अनदेखी करते हुए गुप्त परमाणु परीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम यह सोचते हैं कि वैश्विक स्तर पर परमाणु हथियारों की निगरानी हो रही है, लेकिन सच्चाई यह है कि कई देश अपने परीक्षण भूमिगत या सीमित दायरे में कर रहे हैं।”
पाकिस्तान की ओर से भी इस बयान को “बेबुनियाद” बताया गया है। इस्लामाबाद ने कहा कि देश परमाणु अप्रसार संधि के सिद्धांतों का सम्मान करता है और उसका परमाणु कार्यक्रम केवल आत्मरक्षा और शांति के लिए है।
राजनयिक विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप के इस बयान से अमेरिका और पाकिस्तान के बीच तनाव फिर बढ़ सकता है। साथ ही यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के स्तर पर नई चर्चा को जन्म दे सकता है।
ट्रंप इससे पहले भी चीन, ईरान और उत्तर कोरिया जैसे देशों पर परमाणु गतिविधियों को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं, जिससे कूटनीतिक हलकों में असहजता पैदा हुई थी।





