मनीला/ओटावा। इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियों के बीच कनाडा और फिलीपींस अपने रक्षा संबंधों को मजबूत करने जा रहे हैं। दोनों देश अगले सप्ताह एक महत्वपूर्ण रक्षा सहयोग समझौते (Defence Cooperation Agreement) पर हस्ताक्षर करेंगे, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में चीन की आक्रामकता को संतुलित करना और समुद्री सुरक्षा को सुदृढ़ बनाना है।
अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, यह समझौता फिलीपींस और कनाडा के बीच रणनीतिक रक्षा साझेदारी का नया अध्याय खोलेगा। इसके तहत दोनों देश सैन्य प्रशिक्षण, खुफिया सहयोग, रक्षा प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और संयुक्त नौसैनिक अभ्यासों को बढ़ावा देंगे।
फिलीपींस के रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की है कि समझौते पर हस्ताक्षर मनीला में होंगे, जहां कनाडा के रक्षा मंत्री बिल ब्लेयर और फिलीपींस के रक्षा सचिव गिलबर्ट टियोडोरो मौजूद रहेंगे। इस समझौते को क्षेत्र में “संतुलन की नीति” के रूप में देखा जा रहा है, जिसका लक्ष्य दक्षिण चीन सागर में चीन के बढ़ते दबदबे को चुनौती देना है।
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि समझौते के तहत कनाडा फिलीपींस को समुद्री निगरानी तकनीक, तटीय रडार सिस्टम और प्रशिक्षण सहायता प्रदान करेगा। वहीं, फिलीपींस अपने नौसैनिक ठिकानों को कनाडाई युद्धपोतों और विमानों के लिए लॉजिस्टिक सपोर्ट पॉइंट के रूप में उपलब्ध कराएगा।
कनाडाई रक्षा मंत्री ब्लेयर ने कहा, “यह समझौता सिर्फ दो देशों के बीच नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों और स्वतंत्र नौवहन के अधिकारों की रक्षा के लिए एक साझा प्रतिबद्धता है। कनाडा, फिलीपींस और उसके सहयोगियों के साथ मिलकर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता और शांति बनाए रखने के लिए काम करेगा।”
फिलीपींस के रक्षा सचिव टियोडोरो ने कहा कि चीन की दक्षिण चीन सागर में बढ़ती दखलअंदाजी से क्षेत्रीय शांति को खतरा है। उन्होंने कहा, “हम अपने संप्रभु अधिकारों की रक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाएंगे, और कनाडा जैसे साझेदारों का सहयोग इसमें महत्वपूर्ण होगा।”
विश्लेषकों का कहना है कि यह समझौता फिलीपींस के हाल के कदमों की निरंतरता है, जिसमें उसने अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ भी सुरक्षा गठबंधन को मजबूत किया है। यह संकेत है कि दक्षिण-पूर्व एशिया के देश अब चीन के खिलाफ सामूहिक प्रतिरोध की रणनीति अपना रहे हैं।
इस समझौते को इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शक्ति-संतुलन की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले महीनों में कनाडा और फिलीपींस संयुक्त नौसैनिक अभ्यास और सुरक्षा वार्ताएं भी आयोजित करेंगे, ताकि समुद्री सुरक्षा नेटवर्क को और मज़बूत बनाया जा सके।
राजनयिक सूत्रों के अनुसार, यह साझेदारी भविष्य में कई बहुपक्षीय सुरक्षा मंचों पर दोनों देशों की संयुक्त भूमिका को भी रेखांकित करेगी, जिससे चीन पर कूटनीतिक और रणनीतिक दबाव बढ़ेगा।


