अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर राजभवन में आयोजित नारी शक्ति राष्ट्र शक्ति सम्मान समारोह में पद्मश्री बसंती बिष्ट सहित कई महिलाओं को सम्मानित किया गया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने महिलाओं को सम्मानित करते हुए कहा कि उत्तराखंड की मातृशक्ति सबसे अलग है, उनकी क्षमता, प्रतिभा और हौसला सराहनीय है।
राज्यपाल ने कहा, नारी-शक्ति की भूमिका परिवार, समाज व राष्ट्र निर्माण और विकास में अतुलनीय है। देश में मातृशक्ति हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का बखूबी प्रदर्शन कर रही हैं। उनका यह योगदान देश को और भी समृद्धि एवं प्रगति की ओर ले जा रहा है।
सम्मान समारोह में पद्मश्री बसंती बिष्ट के साथ अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को भी सम्मानित किया गया। उनमें कला-संस्कृति के क्षेत्र में ऐंपण गर्ल मीनाक्षी खाती, खेल में भारोत्तोलक प्रशिक्षक हंसा मनराल, पर्वतारोही हर्षवंती बिष्ट और ताशी मलिक, पत्रकारिता में वरिष्ठ पत्रकार ज्योत्सना, सामाजिक कार्य के लिए आसरा संस्था की संस्थापिका शैला बृजनाथ, शिक्षा में प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कालेज राजपुर रोड देहरादून प्रेमलता बौड़ाई और वार्डन कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय गंगोलीहाट, पिथौरागढ़ रेणु साह को सम्मानित किया गया।
राज्यपाल ने सभी को गौरा देवी की प्रतिकृति और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में प्रथम महिला गुरमीत कौर, गीता धामी, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, विधायक सविता कपूर, बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना, महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव राधिका झा, सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, आईजी पुलिस विम्मी सचदेवा, अपर सचिव राज्यपाल स्वाति एस. भदौरिया, डीएम देहरादून सोनिका, वीसी दून विश्वविद्यालय प्रो.सुरेखा डंगवाल, वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।