रूसी सेना के कमांडर ने दावा किया है कि 20 मई को रूस के कुर्स्क क्षेत्र के दौरे के समय यूक्रेन ने रूसी राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर पर ड्रोन हमला किया। उस दौरान राष्ट्रपति पुतिन का हेलीकॉप्टर ही हमले के केंद्र में था। रूसी सेना की एयर डिफेंस डिवीजन के कमांडर यूरी दाशकिन ने यह दावा किया है। दाशकिन ने रूसी मीडिया से बातचीत में बताया कि ‘राष्ट्रपति पुतिन के हेलीकॉप्टर की सुरक्षा के लिए हमने लगातार हवाई सुरक्षा की लड़ाई लड़ी। यूक्रेन के ड्रोन हमले का निशाना राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर ही था।’ कमांडर ने दावा किया कि राष्ट्रपति पुतिन के हेलीकॉप्टर पर 46 ड्रोन से हमला किया गया। राष्ट्रपति पुतिन ने हाल ही में कुर्स्क क्षेत्र का दौरा किया था। कुर्स्क, रूस का इलाका है, जिसके बड़े हिस्से पर यूक्रेन ने कब्जा कर लिया था। हालांकि अब कुर्स्क का बड़ा हिस्सा वापस रूस के कब्जे में आ गया है। कुर्स्क पर यूक्रेनी हमला द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार रूस की धरती पर विदेशी हमला था। अब रूस की सेना, उत्तर कोरियाई सेना की मदद से वापस इस क्षेत्र के अधिकांश हिस्से पर अपना कब्जा कर चुकी है। रूसी कमांडर के दावे को लेकर यूक्रेनी विशेषज्ञों का कहना है कि पुतिन के पक्ष में जनसमर्थन जुटाने के लिए ऐसा दावा किया जा रहा है। गौरतलब है कि जैसा कि दावा किया जा रहा है, पुतिन के हेलीकॉप्टर को ऐसे समय निशाना बनाया गया, जब बीते दिनों ही रूस और यूक्रेन के बीच शांतिवार्ता हुई थी। हालांकि इस शांतिवार्ता में कोई खास नतीजा नहीं निकला था, लेकिन तुर्किये में हुई शांतिवार्ता में दोनों देशों के बीच एक-एक हजार कैदियों की अदला-बदली पर सहमति बनी। हालांकि इस बैठक में युद्ध विराम को लेकर सहमति नहीं बन पाई थी। दोनों देशों के बीच दूसरी बैठक के लिए भी नई तारीख तय नहीं हुई है।