उत्तर प्रदेश के अयोध्या के राम मंदिर में शनिवार को भगवान राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ मनाई गई। इस उपलक्ष्य में नेपाल के ऐतिहासिक शहर और माता सीता की जन्मभूमि जनकपुर में भी भव्य उत्सव मनाया गया। यहां 1.25 लाख दीप जलाए गए। यह कार्यक्रम बिश्वो हिंदू परिषद नेपाल के धनुषा चैप्टर द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें झांकियां, हवन, गंगा आरती और जानकी मंदिर परिसर में रंगोली बनाई गई। परिषद की युवा शाखा जानकी सेना ने समारोह की व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाली। जानकी सेना के प्रवक्ता आशुतोष झा ने बताया कि पिछले साल भी हमने 1.25 लाख दीप जलाए थे। इस साल भी प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ पर हमने 1.25 लाख दीप जलाए हैं। उन्होंने बताया कि गंगा आरती करने वाली टीम ने जानकी जी की आरती की और मंदिर परिसर में रंगोली भी बनाई गई। इस बीच, अयोध्या में भी प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के अवसर पर राम जन्मभूमि मंदिर में श्री राम लला का महाभिषेक किया गया। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस साल यह समारोह 11 जनवरी 2025 को आयोजित किया गया। पिछले साल यह पवित्र आयोजन हिंदू कैलेंडर के पौष माह के शुक्ल पक्ष की कूर्म द्वादशी को मनाया गया था। इसलिए इस वर्ष शुक्ल पक्ष 11 जनवरी को पड़ा। जानकी मंदिर के महंत राम तपेश्वर दास ने कहा, ‘हमारे दामाद की घर वापसी की पहली वर्षगांठ पर, जनकपुर के सभी निवासी, मिथिला, नेपाल के निवासी बहुत उत्साहित हैं। हम प्रार्थना करते हैं कि यह दिन सभी जगह हर्षोल्लास के साथ मनाया जाए।’ अयोध्या में इस अवसर पर भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। दिन की अग्निहोत्र से हुई, जिसमें शुक्ल यजुर्वेद के मंत्रों का जाप किया गया। इसके बाद राम रक्षा स्तोत्र और हनुमान चालीसा के पाठ के साथ 6 लाख श्री राम मंत्र का जाप किया गया। मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर राग सेवा का आयोजन किया गया, जिसके बाद बधाई गीत का आयोजन किया गया। इसी तरह, यात्री सुविधा केंद्र की पहली मंजिल पर संगीतमय मानस पाठ हुआ।