वॉशिंगटन। अमेरिका में संघीय सरकार के शटडाउन के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने निर्देश दिए हैं कि अमेरिकी सैनिकों को नियमित वेतन समय पर दिया जाए। इसके लिए पेंटागन के उपलब्ध फंडों का उपयोग किया जाएगा। यह कदम सैनिकों और उनके परिवारों की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
संयुक्त राज्य अमेरिका में सरकारी शटडाउन के दौरान संघीय कर्मचारियों की तनख्वाह और कई सरकारी कार्यक्रम प्रभावित हो जाते हैं। ऐसे समय में सुरक्षा बलों के वेतन की चिंता हमेशा गंभीर रहती है। पेंटागन के अधिकारियों ने बताया कि सैनिकों को वेतन देने के लिए विभाग के पास पर्याप्त निधियां पहले से मौजूद हैं और उन्हें तत्काल उपयोग किया जा सकता है।
रक्षा मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अमेरिकी सैनिकों को किसी भी हाल में वित्तीय कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। पेंटागन के उपलब्ध फंडों का इस्तेमाल उनके वेतन और लाभों के भुगतान के लिए किया जाएगा।”
सैनिकों और उनके परिवारों के लिए यह खबर राहत देने वाली है। पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा कि सैनिकों को उनके नियमित वेतन और भत्ते शटडाउन के बावजूद समय पर मिलेंगे। उन्होंने बताया कि यह कदम न केवल सैन्य कर्मचारियों की वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करता है, बल्कि उन्हें अपनी सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर भी देता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। सरकार शटडाउन के दौरान भी सैनिकों के वेतन सुनिश्चित कर अपनी संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का संदेश दे रही है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने सेना की वित्तीय सुरक्षा पर जोर देते हुए कहा, “हमारे सैनिक देश की सुरक्षा के लिए दिन-रात कार्य करते हैं। उन्हें उनके प्रयासों के लिए समय पर वेतन मिलना चाहिए। यह हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है।”
पेंटागन अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि वे शटडाउन के दौरान भी सभी अन्य नियमित सुरक्षा संचालन को प्रभावित नहीं होने देंगे। वेतन भुगतान और सैनिकों की सेवाओं की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस फैसले से सैनिकों और उनके परिवारों में विश्वास और सुरक्षा की भावना बनी रहेगी। वहीं, सरकार इस कदम को अपने प्रशासनिक और नैतिक दायित्वों की दिशा में एक सकारात्मक कदम के रूप में देख रही है।





