बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। शेख हसीना के खिलाफ यह मुकदमा मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में चल रही अंतरिम सरकार के खिलाफ साजिश रचने के आरोप में दर्ज किया गया है। बांग्लादेश पुलिस की अपराध जांच शाखा ने यह मुकदमा ढाका के चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में दर्ज कराया है। आरोप है कि शेख हसीना अंतरिम सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए साजिश रच रही हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद अदालत ने इस पर संज्ञान लेते हुए सीआईडी को इसकी जांच करने का आदेश दिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बांग्लादेश सीआईडी को सूचना मिली है कि शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद 19 दिसंबर 2024 को एक ऑनलाइन बैठक हुई। यह बैठक जय बांग्ला ब्रिगेड नामक प्लेटफॉर्म पर हुई, जिसमें शेख हसीना की सरकार को फिर से सत्ता पर काबिज करने की योजना पर चर्चा हुई। कथित तौर पर इस बैठक में अंतरिम सरकार के खिलाफ गृह युद्ध छेड़ने की चर्चा हुई, ताकि अंतरिम सरकार स्थिर न हो सके और लोग उन्हें सत्ता से बाहर कर दें। इस मामले में पूर्व पीएम शेख हसीना और इस बैठक के आयोजक और सह-आयोजक के बीच हुई बातचीत की कथित वॉइस रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध हैं। पुलिस ने इस मामले में शेख हसीना समेत कुल 577 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिनमें अमेरिका में अवामी लीग के उपाध्यक्ष डॉ. रब्बी आलम का भी नाम है। बीते साल 5 अगस्त को बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया गया था। आरक्षण के विरोध में शुरू हुए छात्र आंदोलन के चलते शेख हसीना को देश छोड़ना पड़ा था, जिससे बांग्लादेश की सत्ता पर लगातार 16 साल तक काबिज रही अवामी लीग की सरकार को सत्ता से बाहर होना पड़ा था। शेख हसीना के खिलाफ 100 से ज्यादा मामले दर्ज हैं, जिनमें नरसंहार और भ्रष्टाचार जैसे मामले हैं। अवामी लीग के कई नेता गिरफ्तार हो चुके हैं और कई की हत्या हो गई है। बांग्लादेश के राजनीतिक परिदृश्य से अवामी लीग पूरी तरह से बाहर है।