भारत ने दर्द निवारक दवाओं टैपेंटाडोल और कैरीसोप्रोडोल के उत्पादन और निर्यात पर रोक लगा दी है। यह कदम इन दवाओं के पश्चिम अफ्रीकी देशों में दुरुपयोग की खबरों के चलते उठाया गया है। भारत से इन दोनों दवाओं का पश्चिम अफ्रीकी देशों में निर्यात किया जाता है। भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के औषधि नियंत्रण प्राधिकरणों से निर्यात संबंधी सभी अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) और दोनों दवाओं के सभी संयोजनों के उत्पादन की अनुमति को रद्द करने को कहा है।टैपेंटाडोल ओपिओइड दवा है, जिसका उपयोग मध्यम से गंभीर दर्द के उपचार के लिए किया जाता है। ओपिओइड वे दवाएं होती हैं, जिनको बनाने में अफीम का इस्तेमाल किया जा सकता है। ये नशीली होती हैं और इनकी लत लग सकती है। कैरीसोप्रोडोल मांसपेशियों को आराम देने वाली औषधि है, जो दर्द से राहत दिलाने के लिए मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के केंद्रों पर काम करती है।
महाराष्ट्र के खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने पालघर में ओपिओइड श्रेणी की औषधियों के अवैध निर्यात के आरोप में दवा कंपनी एवियो फार्मास्यूटिकल्स पर छापा मारा। कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।