Thursday, May 22, 2025

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किसी देश का दबाव नहीं सहेगा भारत, जयशंकर और राजनाथ सिंह की दो टूक

पहलगाम हमले के बाद कई देश भारत पर इसकी जांच कराने या पाकिस्तान के साथ संवाद करके शांति स्थापित करने का सुझाव दे रहे हैं, लेकिन भारत ने इन देशों को स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी दबाव में नहीं आएगा।

 

भारत ने अमेरिका समेत इन देशों को साफ कर दिया है कि न सिर्फ निर्दोष पर्यटकों पर गोली बरसाने वाले आतंकियों, बल्कि उनको पनाह देने वालों को भी दंड मिलेगा। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारत की इसी भावना को अपने अमेरिकी समकक्ष मार्को रूबियो को और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ को अवगत करा दिया है।

 

भारत और अमेरिका के रक्षा व विदेश मंत्रियों की पिछली 24 घंटे में अलग-अलग बात हुई है। विदेश मंत्री रूबियो और रक्षा मंत्री हेगसेथ ने पहलगाम हमले की निंदा की और भारत के गुस्से को भी समझा, लेकिन जयशंकर और राजनाथ सिंह के रुख से साफ है कि भारत इससे संतुष्ट नहीं हैं।

रूबियो ने जयशंकर के अलावा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मुहम्मद शहबाज शरीफ से भी अलग से बात की और दोनों देशों को सीधा संवाद करने व हमले की निष्पक्ष जांच करने को कहा। राजनाथ सिंह ने गुरुवार को अमेरिकी रक्षा मंत्री के समक्ष आतंकवाद को प्रश्रय देने को लेकर पाकिस्तान का पूरा कच्चा चिट्ठा खोल दिया। उन्होंने बताया कि आतंकवाद को बढ़ावा देने और हर तरह की मदद करने का पाकिस्तान का पुराना इतिहास रहा है। इसमें आतंकी संगठनों को प्रशिक्षण एवं वित्त पोषण शामिल है। आगे कहा कि पाकिस्तान एक अराजक देश है जो वैश्विक आतंकवाद का पोषण करता है और इस क्षेत्र को अस्थिर करता है। विश्व अब आतंकवाद से आंखें नहीं मूंद सकता। वैश्विक समुदाय के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह आतंकवाद के ऐसे जघन्य कृत्यों की स्पष्ट रूप से निंदा और विरोध करे। अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा कि वह भारत के आत्मरक्षा के अधिकार और आतंकवाद के विरुद्ध उसकी लड़ाई में पूरा समर्थन करता है।

वहीं, रूबियो से बुधवार को टेलीफोन पर वार्ता के बाद जयशंकर ने गुरुवार को कहा, ‘पहलगाम आतंकी हमले पर अमेरिका के विदेश मंत्री से बात हुई है। इसको अंजाम देने वालों, इनको बढ़ावा देने वालों और योजना बनाने वालों को न्याय प्रक्रिया से गुजरना होगा।’

 

 

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