महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार के साथ आने की अटकलें एक बार फिर से तेज हो गई हैं। दरअसल, बीते कई दिनों में दोनां नेता कई बार एक मंच पर दिखाई दिए हैं। ताजा मामला सोमवार का है, जब राष्ट्रवादी कांग्रेस (एसपी) प्रमुख शरद पवार और उनके भतीजे, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सोमवार को एक पखवाड़े में तीसरी बार मंच साझा किया। इस बार कृषि और चीनी उद्योग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के उपयोग पर चर्चा के दौरान दोनों एक ही मंच पर दिखे।
पुणे के सखार संकुल (चीनी परिसर) में आयोजित बैठक डेढ़ घंटे से अधिक समय तक चली। इसमें वसंतदादा चीनी संस्थान के अधिकारी शामिल हुए। बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कि अजित पवार ने कहा कि बैठक में कृषि उत्पादकता बढ़ाने, मिट्टी की उर्वरता में सुधार करने और रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को कम करने जैसे विषयों पर चर्चा की गई।
उन्होंने कहा, ‘हमने चर्चा की कि कैसे एआई कृषि उत्पादन बढ़ाने, मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार करने और रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम करने में मदद कर सकता है। माइक्रोसॉफ्ट जैसी फर्म इस क्षेत्र में पहल का समर्थन कर रही हैं। कृषि विभाग ने अपने कुछ चल रहे प्रयासों को भी साझा किया और चीनी उत्पादन में सुधार के सर्वोत्तम तरीकों पर चर्चा की गई।’
हाल के हफ्तों में शरद पवार के साथ उनकी तीसरी मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर उपमुख्यमंत्री ने इन बैठकों के राजनीतिक महत्व को दरकिनार कर दिया। हाल के हफ्तों में पहली बार दोनों उनके बेटे जय की सगाई मिले थे। उन्होंने कहा कि परिवार सगाई जैसे अवसरों पर एक साथ आते हैं और उन्हें किसी अन्य दृष्टिकोण से व्याख्या करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
शरद पवार और उनके भतीजे अजित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अलग-अलग गुटों के प्रमुख हैं। दोनों महाराष्ट्र में प्रतिद्वंद्वी गठबंधन का हिस्सा हैं। 2023 में अजित ने चाचा के खिलाफ विद्रोह कर दिया था और तत्कालीन भाजपा-शिवसेना सरकार में शामिल हो गए थे।
अजित पवार ने सतारा में रयात शिक्षण संस्था में उनकी हाल की संयुक्त उपस्थिति पर भी टिप्पणी की। यहां उनके चाचा अध्यक्ष हैं और वे एक ट्रस्टी हैं। उन्होंने कहा, ‘जब मैं रयात शिक्षण संस्था की बैठकों में जाता हूं तो मैं एक ट्रस्टी के रूप में जाता हूं, न कि उपमुख्यमंत्री के रूप में। उस बैठक में छात्रों को लाभ पहुंचाने के लिए शिक्षा में एआई के उपयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया था। आज की बैठक कृषि में एआई के बारे में थी। सरकार में काम करते समय हमें हमेशा किसानों की आय बढ़ाने और उनकी इनपुट लागत कम करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।’
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ विषय राजनीति से परे होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भी प्रमुख मुद्दों पर सर्वदलीय बैठकें बुलाते हैं। अब जब चुनाव खत्म हो गए हैं और सरकार बन गई है तो लोगों के लिए काम करते हुए एक साथ आना और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना महत्वपूर्ण है।