असम में शुक्रवार को पंचायत चुनाव के पहले चरण में दोपहर 1.30 बजे तक लगभग 43 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। अधिकारियों ने बताया कि राज्य के 14 जिलों में मतदान सुबह 7:30 बजे शुरू हुआ और यह शाम 4.30 बजे तक चलेगा। पहले चरण में 12,916 मतदान केंद्रों पर 44.66 लाख पुरुषों और 44.93 महिलाओं सहित 89.59 लाख से अधिक लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। एक अधिकारी ने बताया कि कुछ स्थानों से हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं, कुछ मतदान केंद्रों पर मतदान कुछ समय के लिए बाधित हुआ। हिंसा में कई लोग घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि कछार जिले के कटिगोराह के बोआलीपार एलपी स्कूल केंद्र पर एक घंटे तक मतदान रोक दिया गया। यहां मोहनपुर-सलचपरा गांव पंचायत के लिए मतदान चल रहा है। उन्होंने बताया कि दो गुटों के समर्थकों ने कुछ मुद्दों पर बहस शुरू हुई और फिर मामला हमले तक पहुंच गया। इस केंद्र पर कम से कम दो लोग घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। परेशानी तब शुरू हुई, जब एक व्यक्ति कथित तौर पर प्रॉक्सी वोट डालने आया और अन्य लोगों ने इसका विरोध किया। पुलिस और अन्य सुरक्षा कर्मचारियों ने हस्तक्षेप किया और स्थिति को नियंत्रित किया। चुनाव पर्यवेक्षक और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और विशेष केंद्र पर अतिरिक्त सुरक्षा तैनात की गई।
अधिकारी ने कहा, ‘एक घंटे के बाद मतदान फिर से शुरू हुआ। यह शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है।’ इसके अलावा कछार के सेरागी जिला परिषद में कांग्रेस उम्मीदवार कुबेर यादव एक प्रतिद्वंद्वी पार्टी के समर्थक के हमले मं। घायल हो गए। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं यह जांचने गया था कि मेरे पोलिंग एजेंट बूथ के अंदर हैं या नहीं। अचानक भाजपा समर्थक आए और मुझ पर हमला कर दिया।’
पहले चरण में मतदान तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, चराईदेव, शिवसागर, माजुली, जोरहाट, गोलाघाट, धेमाजी, लखीमपुर, सोनितपुर, बिस्वनाथ, कछार, हैलाकांडी और श्रीभूमि जिलों में हो रहा है। पहले चरण के मतदान में 216 जिला परिषद, 94 आंचलिक पंचायत और 1,139 गांव पंचायत हैं। इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मतदाताओं से जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करने का आग्रह किया।