मुंबई। मायानगरी मुंबई के एक व्यस्त रेलवे स्टेशन के बाहर उस समय चीख-पुकार मच गई, जब बेस्ट (BEST) की एक अनियंत्रित बस ने फुटपाथ और सड़क पर चल रहे राहगीरों को अपनी चपेट में ले लिया। इस भीषण हादसे में 4 लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। इस घटना ने एक बार फिर सार्वजनिक परिवहन की सुरक्षा और चालक की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस रेलवे स्टेशन के निकास द्वार के पास से गुजर रही थी। अचानक बस की रफ्तार तेज हुई और वह अनियंत्रित होकर भीड़भाड़ वाले इलाके में जा घुसी। लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला और बस एक के बाद एक कई लोगों को कुचलते हुए खंभे से जा टकराई। हादसे के बाद का मंजर इतना खौफनाक था कि चारों ओर खून और क्षतिग्रस्त सामान बिखरा पड़ा था।
इनसाइड स्टोरी: आखिर जिम्मेदार कौन?
हादसे के बाद प्रशासन और पुलिस की शुरुआती जांच में कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं, जो इस त्रासदी की ‘इनसाइड स्टोरी’ बयां करते हैं:
- ब्रेक फेल या मानवीय भूल?: शुरुआती दावों में कहा जा रहा था कि बस के ब्रेक फेल हो गए थे। हालांकि, तकनीकी टीम की जांच में यह देखा जा रहा है कि क्या यह वास्तव में मैकेनिकल फेलियर था या चालक की लापरवाही।
- चालक की स्थिति: कुछ सूत्रों का कहना है कि चालक लंबे समय से ड्यूटी पर था और थकान या अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण उसने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया। पुलिस ने चालक को हिरासत में लेकर उसका मेडिकल परीक्षण कराया है।
- स्टेशन के बाहर का अतिक्रमण: स्टेशन के बाहर फुटपाथों पर अवैध कब्जे और भारी भीड़ के कारण लोगों को सड़क पर चलने को मजबूर होना पड़ता है। यदि रास्ता साफ होता, तो शायद हताहतों की संख्या कम हो सकती थी।
- रखरखाव पर सवाल: बेस्ट की बसों के नियमित रखरखाव (Maintenance) को लेकर भी उंगलियां उठ रही हैं। क्या वह बस सड़क पर चलने के लिए पूरी तरह फिट थी?
प्रशासनिक कार्रवाई और आक्रोश
हादसे के बाद स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा है। घायलों को तुरंत नजदीकी नगर निगम अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कुछ की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। मुख्यमंत्री ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की है और मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।





