यूके के विदेश राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ने ब्रिटिश नागरिकों को अफगानिस्तान की यात्रा न करने की सलाह दी है। टोलो न्यूज की रिपोर्ट ने जानकारी दी है। एफसीडीओ के एक बयान के अनुसार रमजान के महीने के दौरान अफगानिस्तान में ब्रिटिश नागरिकों को हिरासत में लिए जाने का काफी जोखिम है और आतंकवादियों द्वारा हमले करने की कोशिश करने की बहुत संभावना है।
सलाह के अनुसार 31 अगस्त तक काबुल एयरपोर्ट खाली करने की बात कही गई है । ऐसे में 15 अगस्त को <a तालिबान के नियंत्रण के बाद से पश्चिमी देशों ने अबतक तकरीबन 80 हजार लोगों को अफगानिस्तान से बाहर निकाला है । वहीं हवाईअड्डे पर अराजकता के कारण अभी तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है ।
द गार्जियन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यूके ने “आतंकवादी हमले के बड़े जोखिम” के बारे में चिंता व्यक्त की है और विशेष रूप से इस्लामिक स्टेट से संबद्ध समूह द्वारा आत्मघाती हमलों की भी आशंका जताई है । इस बीच, अमेरिका ने अफगानिस्तान में अमेरिकियों को “गेट्स के बाहर सुरक्षा खतरों के कारण” हवाई अड्डे पर यात्रा या इकट्ठा नहीं होने की सलाह दी। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा, “एबी गेट, ईस्ट गेट या नॉर्थ गेट पर रहने वालों को अब तुरंत निकलने को कहा है