लोकसभा चुनाव के छठे चरण में शनिवार को छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 58 लोकसभा सीटों पर पांच बजे तक 57.7 प्रतिशत मतदान हुआ। जम्मू-कश्मीर की आतंकियों और अलगाववादियों के प्रभाव वाली अनंतनाग-राजौरी सीट पर 28 वर्ष का रिकॉर्ड टूट गया और 52 प्रतिशत मतदान हुआ।
वहीं, बंगाल के आठ लोकसभा क्षेत्रों के कुछ इलाकों से हिंसा की छिटपुट घटनाओं के साथ प्रदेश में सबसे ज्यादा 77.99 प्रतिशत मतदान हुआ। दिल्ली में मतदान के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, विदेश मंत्री एस जयशंकर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी वोट डालने पहुंचे।
जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी संसदीय सीट पर शनिवार को बंपर मतदान हुआ। आतंकियों और अलगाववादियों के प्रभाव वाले इस क्षेत्र में वर्ष 1996 का रिकॉर्ड टूट गया और लगभग 52 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदाताओं का यह उत्साह वर्ष 2019 में 9.7 प्रतिशत हुए मतदान से लगभग 42 प्रतिशत अधिक और 1996 में हुए 50.20 प्रतिशत मतदान से भी दो प्रतिशत ज्यादा है। इस दौरान कहीं कोई आतंकी हिंसा नहीं हुई।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने अपने पोलिंग एजेंटों की गिरफ्तारी पर रोष जताते हुए लगभग तीन घंटे तक बिजबिहाड़ा में पुलिस स्टेशन के बाहर धरना दिया। उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने अनंतनाग में कुछ मतदान केंद्रों में ईवीएम की धीमी गति का मुद्दा उठाया। बता दें कि इससे पहले श्रीनगर सीट पर 39 प्रतिशत और बारामुला में भी रिकॉर्ड 59 प्रतिशत मतदान हुआ था।
वहीं, झाड़ग्राम लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी प्रणत टुडू पर शनिवार को मतदान के दौरान पश्चिम मेदिनीपुर जिले के गड़बेत्ता के पास पथराव हुआ। इसमें उनकी सुरक्षा में तैनात केंद्रीय बल के दो जवान जख्मी हो गए। पथराव में प्रणत की कार का शीशा भी टूट गया। कुछ महिलाओं ने भाजपा प्रत्याशी पर लाठी-डंडों से भी हमला किया था। ऐसे में टुडू ने केंद्रीय बलों के साथ भागकर अपनी जान बचाई। भाजपा प्रत्याशी ने आरोप लगाया कि उनके बूथ एजेंटों को झाड़ग्राम शहर और रोगरा इलाके के कई बूथों पर तृणमूल के गुंडे बैठने नहीं दे रहे थे।
टुडू ने कहा कि वे हमले की शिकायत चुनाव आयोग से कर चुके हैं। भाजपा के आइटी सेल के प्रमुख व बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा कि ममता बनर्जी बंगाल में लोकतंत्र की हत्या कर रही हैं।