कांग्रेस ने एक बार फिर अर्थव्यवस्था को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने गुरुवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था गंभीर संकट में है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के तथाकथित डॉक्टरों को इसकी परवाह नहीं है। एक्स पर एक पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा का दावा है कि 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में होगी, लेकिन इसका कोई स्पष्टीकरण नहीं है कि शुद्ध विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) प्रवाह में 31 प्रतिशत की गिरावट क्यों आई है। एफडीआई किसी देश, सरकार और उसकी नीतियों में विदेशी निवेशकों के भरोसे का पैमाना है। चिदंबरम ने कहा कि 2023-24 में इस तरह के आत्मविश्वास में तेजी से गिरावट आई है। चिदंबरम ने कहा कि भाजपा खुद को प्रमाणपत्र देती है। लेकिन अच्छा प्रमाणपत्र विदेशी और भारतीय निवेशकों से आना चाहिए। भारतीय निवेशकों ने पिछले तीन वर्षों के दौरान भाजपा सरकार की नीतियों पर कोई भरोसा नहीं जताया है। विदेशी निवेशकों को बीजेपी की गलत नीतियों और भारतीय अर्थव्यवस्था के अक्षम प्रबंधन का एहसास हो गया है। इसीलिए वे भारत से पैसा बाहर ले जा रहे हैं। पूर्व वित्तमंत्री ने आगे कहा कि ब्याज दरें ऊंची हैं, वास्तविक मजदूरी स्थिर है, बेरोजगारी बढ़ रही है और घरेलू खपत गिर रही है। ये गंभीर संकट में फंसी अर्थव्यवस्था के संकेत हैं। भाजपा के तथाकथित डॉक्टर इसे नहीं समझते हैं। वे इसकी परवाह नहीं करते। चिदंबरम ने कहा था कि 22 फरवरी से 7 मार्च तक प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु के लिए 17,300 करोड़ रुपये सहित देश के लिए 5.90 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की घोषणा की थी। केंद्रीय बजट में इनका कोई उल्लेख नहीं मिला। मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने बेरोजगारी की समस्या के समाधान पर ठोस कदम नहीं उठाया है। चिदंबरम ने कहा कि अगर कांग्रेस केंद्र में दोबारा सत्ता में आती है, तो अग्निपथ योजना को खत्म कर दिया जाएगा।