नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हाल ही में हुई ऐंजल चकमा की दुखद मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा जुबानी हमला बोला है। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया के माध्यम से एक बयान जारी करते हुए कहा कि समाज में फैली नफरत और भेदभाव के कारण ही ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
“घृणा का सामान्यीकरण”
राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक बयान में जोर देकर कहा कि समाज में घृणा और द्वेष की भावना अचानक पैदा नहीं होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कुछ वर्षों में भाजपा की राजनीति ने नफरत को एक ‘नॉर्म’ (सामान्य बात) बना दिया है। उनके अनुसार, जिस तरह की बयानबाजी और ध्रुवीकरण की राजनीति की जा रही है, उसका खामियाजा निर्दोष नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है।
ऐंजल चकमा की मौत पर जताया दुख
मृतक ऐंजल चकमा के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह केवल एक मौत नहीं, बल्कि उस बढ़ती असहिष्णुता का परिणाम है जो देश के ताने-बाने को कमजोर कर रही है। उन्होंने कहा कि “ऐंजल चकमा की मौत ने एक बार फिर हमें आईना दिखाया है कि नफरत की आग किस तरह युवाओं के भविष्य को निगल रही है।”
प्रमुख आरोप और मांगे:
- राजनीतिक विचारधारा पर हमला: राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा की विभाजनकारी नीतियों ने समुदायों के बीच खाई पैदा कर दी है।
- न्याय की अपील: कांग्रेस नेता ने इस मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
- सामाजिक एकता का आह्वान: उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे नफरत के खिलाफ खड़े हों और प्यार व भाईचारे के संदेश को आगे बढ़ाएं।
राजनीतिक हलचल तेज
राहुल गांधी के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस जहां इसे मानवाधिकारों और सामाजिक सुरक्षा से जोड़ रही है, वहीं भाजपा की ओर से भी इस पर पलटवार की उम्मीद है। यह मुद्दा आने वाले दिनों में संसद से लेकर सड़क तक और भी गरमाने के आसार हैं।





