हैती में बढ़ती हिंसा और आपातकाल की स्थिति के बीच अमेरिकी सेना ने वहा अपने दूतावास से कई कर्मियों को वापस बुलाने का अभियान चलाया। अमेरिका की तरफ से यह कदम हिंसा में वृद्धि, सरकार के लिए खतरा पैदा करने और बड़ी संख्या में विस्थापन को बढ़ावा देने के बाद उठाया गया है। इससे पहले इसी महीने सशस्त्र गिरोह ने हैती के दो सबसे बड़े जेलों में जेल तोड़ने की साजिश रची थी। जिस वजह से हजारों की संख्या में कैदी जेल से फरार हो गए। सशस्त्र गिरोह ने इस दौरान अपने प्रधानमंत्री एरियल हेनरी के इस्तीफे की मांग भी की। हैती के पीएम देश छोड़कर भाग गए हैं और वे संयुक्त राष्ट्र समर्थित सुरक्षा बलों के हस्तक्षेप के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से गुहार लगा रहे हैं। अमेरिकी दक्षिणी कमांड ने यह स्पष्ट किया कि दूतावास के कर्मियों को वापस बुलाने का अभियान केवल दूतावास की सुरक्षा के अनुरूप चलाया गया है। उन्होंने कहा, “दूतावास के अंदर और बाहर कर्मियों की यह एयरलिफ्ट दुनिया भर में दूतावास की सुरक्षा बढ़ाने के लिए हमारे मानक अभ्यास के अनुरूप है, और सैन्य विमान में कोई भी हैती का नागरिक नहीं था।” कैरिबियाई देश हैती में गृह युद्ध की हिंसा की आग में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। देश में फैली इस हिंसा के कारण 362,000 हैती वासियों को विस्थापित होना पड़ा। सशस्त्र गिरोह देश की राजधानी पर कब्जा कर चुके हैं। वे राष्ट्रपति भवन समेत कई सरकारी इमारतों को निशाना बना रहे हैं। सड़कों पर गोलियां चल रही है। सशस्त्र गिरोह दुकानों और घरों में तोड़फोड़ कर रहे हैं, जिसके बाद हैती में 72 घंटों के लिए आपातकाल लगा दिया गया है।