नई दिल्ली। 1984 के सिख विरोधी दंगों की बरसी पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने उन दर्दनाक दिनों को याद करते हुए भावुक पोस्ट साझा किया और कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला। पुरी ने कहा कि 1984 के सिख दंगे आजाद भारत के इतिहास का सबसे काला अध्याय थे, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, “आज भी 1984 के दिनों को याद कर कांप जाता हूं। जिन संस्थाओं का दायित्व नागरिकों की रक्षा करना था, उन्होंने कांग्रेस नेताओं के दबाव में आकर अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लिया। सरकारी मशीनरी का उस समय जिस तरह से दुरुपयोग किया गया, वह लोकतंत्र पर कलंक है।”
पुरी ने आगे कहा कि सिख समुदाय पर किए गए अत्याचारों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। “हजारों निर्दोष लोगों की हत्या हुई, घर जलाए गए और परिवार उजड़ गए, जबकि शासन करने वालों ने मौन साध लिया। यह सिर्फ एक समुदाय पर हमला नहीं था, बल्कि भारत की आत्मा पर प्रहार था,” उन्होंने लिखा।
केंद्रीय मंत्री ने अपने संदेश में उन परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की जो उस भीषण हिंसा में अपने प्रियजनों को खो चुके थे। उन्होंने कहा कि देश को ऐसे त्रासद अध्यायों से सीख लेकर न्याय, समानता और सामुदायिक सौहार्द की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।
गौरतलब है कि 31 अक्तूबर 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देशभर में सिख विरोधी दंगे भड़क उठे थे, जिनमें हजारों लोगों की जान गई थी। हरदीप पुरी का यह बयान उस त्रासदी की याद दिलाता है, जिसने भारतीय समाज और राजनीति दोनों को गहराई तक झकझोर दिया था।
1984 सिख दंगे की बरसी पर बोले हरदीप पुरी — ‘आज भी उन दिनों को याद कर कांप जाता हूं’, कांग्रेस पर साधा निशाना





