Saturday, June 28, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

बांग्लादेश में बुरे दौर से गुजर ही शेख हसीना की पार्टी, अवामी लीग के कई नेता पुलिस रिमांड में दिए गए

बांग्लादेश में अवामी लीग के विरुद्ध चल रही दमनात्मक कार्रवाई के तहत बुधवार को पार्टी के कई नेताओं को मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार से सवाल करने के लिए पुलिस रिमांड पर दे दिया गया।

बांग्लादेश की एक अदालत ने बुधवार को पूर्व सांसद और चाकरिया उपजिला के अवामी लीग अध्यक्ष जफर आलम को लिए सात अलग-अलग मामलों के संबंध में 18 दिन का रिमांड आदेश दिया।

यह आदेश चाकरिया के सीनियर ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट अनवरुल कबीर द्वारा जांच अधिकारियों द्वारा दायर की गई याचिकाओं के बाद जारी किया गया। यह जानकारी स्थानीय मीडिया ने दी। जाफर आलम को चाकरिया कोर्ट में रिमांड सुनवाई के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच लाया गया।

सेना और पुलिस ने कोर्ट के चारों ओर विभिन्न स्तरों पर कड़ी सुरक्षा का घेरा बनाया हुआ था। हालांकि सुबह की बारिश और कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा की गई सख्त कार्रवाई के कारण कोई अव्यवस्थित स्थिति उत्पन्न नहीं हुई।

अलग घटनाक्रम में, ढाका की एक अदालत ने बुधवार को पूर्व कानून मंत्री अनिसुल हक के लिए पांच दिन का रिमांड आदेश दिया। इसके अलावा, पूर्व लोक निर्माण मंत्री इंजीनियर मोशर्रफ हुसैन के लिए भी अलग-अलग मामलों के संबंध में तीन दिन का रिमांड आदेश दिया गया।

हक को 11 अगस्त, 2024 को पूर्व अवामी लीग सरकार के गिरने के बाद एक हिंसक विद्रोह के दौरान गिरफ्तार किया गया था। बाद में, मोशर्रफ हुसैन और अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय के पूर्व अभियोजक तुरीन अफरोज को भी गिरफ्तार किया गया।

इसके अतिरिक्त, बांग्लादेश पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बाबुल सरदार चखारी को पुलिस पूछताछ के लिए तीन दिन के रिमांड पर दे दिया। पूर्व कानून मंत्री को शाहबाग पुलिस थाने में दर्ज एक हत्या के मामले के संबंध में रिमांड पर रखा गया।

मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली प्रशासन ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, उनके परिवार के सदस्यों और अवामी लीग के समर्थकों के खिलाफ कई गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं। विश्लेषकों का मानना है कि ये घटनाक्रम यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार द्वारा की जा रही बदले की एक बड़ी राजनीतिक कार्रवाई का हिस्सा हैं।

अगस्त में हसीना का अनौपचारिक निष्कासन देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए एक बड़ा झटका माना गया। अंतरिम सरकार को कट्टरपंथी और चरमपंथी इस्लामी संगठनों को आश्रय देने के लिए कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।

Popular Articles