अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन 24 जुलाई से 3 अगस्त तक हिंद-प्रशांत क्षेत्र का दौरा करेंगे। इस दौरान वह वियतनाम, लाओस, जापान, फिलीपींस, सिंगापुर और मंगोलिया की यात्रा पर रहेंगे। पदभार संभालने के बाद से यह उनकी हिंद-प्रशांत क्षेत्र की अपनी 18वीं यात्रा होगी। ब्लिंकन की इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के दोबारा चुनाव ना लड़ने की घोषणा के बाद होगी। जिसका एलान बाइडन ने रविवार को ही किया था। अपनी जापान यात्रा के दौरान ब्लिंकन टोक्यो में अपने ऑस्ट्रेलियाई, भारतीय और जापानी समकक्षों के साथ क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे। सभी नेता क्षेत्रीय समृद्धि और स्थिरता के लिए अपनी सामूहिक प्रतिबद्धता की पुष्टि करेंगे। इसके साथ ही चारों देशों के बीच चर्ची होगी कि भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए ठोस लाभ पहुंचाना जारी रख सकते हैं।
क्वाड विशेष रूप से भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच एक राजनयिक साझेदारी है, जो एक खुले, स्थिर और समृद्ध इंडो-पैसिफिक को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।क्वाड का 2017 में पुनर्गठन हुआ था। इसके बाद क्वाड ने छह कार्य समूहों के निर्माण की घोषणा की है, जो विभिन्न नीतियों और पहलों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। क्वाड का सकारात्मक और व्यावहारिक एजेंडा क्षेत्र की प्राथमिकताओं में स्वास्थ्य, सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, मानवीय सहायता, आतंकवाद से मुकाबला सहित सहित गंभीर चुनौतियों से निपटने के लिए केंद्रित है।