व्हाइट हाउस ने नाटो शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर सोमवार को कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका नाटो गठबंधन और विश्व भर के मित्र देशों के बीच साझेदारी को प्रोत्साहित कर रहा है, विशेष रूप से उन देशों के साथ जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र में हैं। पहले नाटो शिखर सम्मेलन की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन के लिए 38 विभिन्न देशों के नेता वाशिंगटन में एकत्र हुए हैं। इसमें यूक्रेन, जापान, न्यूजीलैंड और कोरिया गणराज्य सहित सभी नाटो सहयोगियों के साथ-साथ नाटो साझेदारों के नेता भी शामिल हैं। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा, ‘राष्ट्रपति ने नाटो गठबंधन और विश्व भर के मित्र देशों, विशेषकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों के बीच अधिक साझेदारी को भी प्रोत्साहित किया है। राष्ट्रपति जानते हैं कि हम सभी के सामने मौजूद वैश्विक खतरे और चुनौतियां एक-दूसरे से अभिन्न रूप से जुड़ी हुई हैं।’
उन्होंने आगे कहा, ‘राष्ट्रपति ने हमारे नाटो सहयोगियों को भी आपसी रक्षा में महत्वपूर्ण निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया है। जब बाइडन-हैरिस प्रशासन ने पदभार संभाला था, तब केवल नौ नाटो सहयोगी अपने सकल घरेलू उत्पाद का कम से कम दो प्रतिशत रक्षा पर खर्च कर रहे थे।’
किर्बी ने कहा कि 75 वर्षों से उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने अमेरिकी लोगों की सुरक्षा करने तथा विश्व को कम खतरनाक स्थान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि नाटो इतिहास का सबसे मजबूत रक्षात्मक गठबंधन है और पिछले तीन वर्षों में राष्ट्रपति जो बाइडन के नेतृत्व के कारण आज यह पहले से कहीं अधिक बड़ा, मजबूत, बेहतर संसाधन वाला और एकजुट है।
व्हाइट हाउस के अधिकारी ने कहा, ‘उन्होंने दो नए सदस्यों स्वीडन और फिनलैंड का स्वागत करके गठबंधन का विस्तार करने के लिए कड़ी मेहनत की है। इस सप्ताह आधिकारिक तौर पर स्वीडन का स्वागत करेंगे। उन्होंने 2021 और 2022 में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का जवाब देने और उस देश को अपरिहार्य समर्थन प्रदान करने के लिए एक वैश्विक गठबंधन बनाने के लिए गठबंधन को एकजुट करने में अनगिनत घंटे बिताए हैं।’