अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा पहले से कहीं ज्यादा मजबूत है। हमने उस क्षेत्र (यमन) में सफल हमले किए हैं। उन्होंने हूतियों को गंभीर खतरा बताते हुए कहा कि ये वे लोग (हूती विद्रोही) हैं, जो जहाजों को पानी में ही मार गिराते हैं और जो भी चीज वहां से गुजरती है, उस पर हमला कर देते हैं। वहीं, राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने यमन हमलों के अभियान में संदेश लीक होने की बात को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि उन संदेशों में कोई वर्गीकृत सामग्री नहीं थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप कैबिनेट के सदस्यों में से एक रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने यमन में अमेरिकी सैन्य हमलों के बारे में चर्चा करने वाले एक समूह चैट में संभावित रूप से वर्गीकृत जानकारी साझा की, जिसमें एक पत्रकार भी शामिल था।व्हाइट हाउस में दिए एक साक्षात्कार में राष्ट्रपति ट्रंप ने यमन हमलों की प्रभावशीलता पर प्रकाश डाला। उन्होंने हूतियों की बिगड़ती अवस्था की ओर इशारा करते हुए कहा कि वह भाग रहे हैं। सबसे बुरे लोग मारे जा चुके हैं। हालांकि, उन्होंने इस बात पर निराशा व्यक्ति की कि ये कार्रवाई पहले क्यों नहीं की गई। ट्रंप ने कहा, ‘यह बहुत पहले किया जाना चाहिए था।’ ट्रंप ने ये भी कहा कि हूती बेतरतीब ढंग से जहाजों पर मिसाइलें दागते हैं और अपनी मिसाइलें खुद बनाते हैं। उन्होंने वर्गीकृत जानकारी के संभावित लीक पर भी चिंता को खारिज किया और कहा, ‘जहां तक मुझे जानकारी है, कोई वर्गीकृत जानकारी नहीं थी।’