देहरादून।
राजधानी देहरादून को लेकर महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठे हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग की ताजा रिपोर्ट में देहरादून को देश के टॉप 10 असुरक्षित शहरों की सूची में शामिल किया गया है। रिपोर्ट में सामने आए आंकड़े बेहद चिंताजनक हैं, क्योंकि इनमें महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों और असुरक्षा की स्थिति का स्पष्ट उल्लेख किया गया है।
आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, देहरादून में बीते एक वर्ष में महिला उत्पीड़न, छेड़छाड़, दुष्कर्म और घरेलू हिंसा के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। स्थिति यह है कि महानगरों के साथ-साथ अब छोटे और शांत माने जाने वाले शहर भी महिला सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षित नहीं रहे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि देहरादून में महिलाओं के लिए सार्वजनिक स्थलों पर खतरा बढ़ा है। खासकर शाम के समय बाजारों, सार्वजनिक परिवहन और सुनसान इलाकों में अपराध की घटनाएं अधिक हो रही हैं। आयोग ने स्थानीय पुलिस व्यवस्था और निगरानी तंत्र को और मजबूत करने की सिफारिश की है।
महिला सुरक्षा पर आई इस रिपोर्ट ने सरकार और प्रशासन की चिंताओं को भी बढ़ा दिया है। उत्तराखंड पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2023-24 के दौरान महिला अपराध के मामलों में करीब 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। इनमें से सबसे अधिक मामले छेड़छाड़ और घरेलू हिंसा से जुड़े हुए हैं।
रिपोर्ट के बाद महिला संगठनों ने राज्य सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की है। उनका कहना है कि सिर्फ चौकसी बढ़ाने से काम नहीं चलेगा, बल्कि पुलिस गश्त, सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने और त्वरित न्यायिक कार्रवाई की आवश्यकता है।
देहरादून का नाम देश के असुरक्षित शहरों की सूची में आने से एक बार फिर महिला सुरक्षा का मुद्दा राजनीतिक और सामाजिक बहस का केंद्र बन गया है। यह साफ है कि अगर हालात पर काबू नहीं पाया गया तो शहर की छवि और भी खराब हो सकती है।
महिला सुरक्षा पर चिंताजनक रिपोर्ट: देहरादून देश के 10 सबसे असुरक्षित शहरों में शामिल
