Monday, June 16, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

हिंद-प्रशांत सहयोगी देशों को अमेरिका ने किया आगाह, रक्षा मंत्री बोले- चीन का खतरा बेहद नजदीक

अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने शनिवार को अपने एक बयान में कहा कि अमेरिका हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र के सहयोगी देशों के साथ है और चीन की आक्रामकता की स्थिति में उन्हें अकेला नहीं छोड़ा जाएगा। हेगसेथ ने कहा कि अमेरिका हिंद प्रशांत क्षेत्र के सहयोगी देशों के साथ रक्षा संबंधों को मजबूत करेगा।

सिंगापुर में वैश्विक सुरक्षा सम्मेलन शंगरी-ला डायलॉग में बोलते हुए अमेरिकी रक्षा मंत्री के निशाने पर खासतौर पर चीन रहा और उन्होंने ताइवान के खिलाफ चीन की आक्रामकता का भी जिक्र किया। चीन द्वारा लगातार युद्धाभ्यास किया जा रहा है और उसके युद्धाभ्यास में ताइवान को ब्लॉक करने का अभ्यास किया जा रहा है। चीन, ताइवान के हवाई और समुद्री क्षेत्र का भी लगातार उल्लंघन कर रहा है। चीन, ताइवान को अपना हिस्सा मानता है, वहीं ताइवान खुद को आजाद देश कहता है। हेगसेथ ने सिंगापुर में कहा कि ‘चीन की सेना युद्ध की तैयारियों में लगी है और हम इसे चाशनी में लपेटकर नहीं बताना चाहते। चीन का खतरा असली है और ये बेहद नजदीक भी है।’

चीन ने कहा है कि उसका लक्ष्य है कि साल 2027 तक ताइवान पर कब्जा करना है। इसके लिए चीन ने दक्षिण चीन सागर में एक कृत्रिम द्वीप बनाया है, जहां नई सैन्य चौकियां बनाई जा रही हैं और साथ ही वहां पर आधुनिक हाइपरसोनिक मिसाइलें भी तैनात की जा रही हैं। हेगसेथ ने कहा कि चीन न सिर्फ ताइवान पर कब्जे के लिए सैन्य निर्माण कर रहा है बल्कि वह सक्रिय तौर पर युद्धाभ्यास में भी जुटा है। अमेरिकी रक्षा मंत्री ने हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र के सहयोगी देशों से भी अपील की कि वे भी अपने बजट का 5 फीसदी रक्षा क्षेत्र पर खर्च करें।

पीट हेगसेथ ने सहयोगी देशों को चीन के साथ व्यापारिक सहयोग बढ़ाने के प्रति भी आगाह किया और कहा कि दोनों तरफ खेलने के खतरे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका से सैन्य मदद लेना और वहीं चीन से आर्थिक मदद लेने के खतरे हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्री ने ये भी कहा कि चीन लैटिन अमेरिकी देशों में भी अपना प्रभाव बढ़ा रहा है और लगातार पनामा नहर पर भी अपना नियंत्रण स्थापित कर रहा है।

Popular Articles