कैंसर के खिलाफ साझा जंग: टाटा मेमोरियल अस्पताल ने बिम्सटेक देशों के लिए शुरू किया विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम
टाटा मेमोरियल अस्पताल ने बिम्सटेक देशों के लिए एक खास कैंसर देखभाल प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है। इस पहल का उद्देश्य क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाना और कैंसर उपचार में दक्षता को मजबूत करना है। शुरुआत में बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार और नेपाल के कुल 21 प्रतिभागियों को रेडिएशन ऑन्कोलॉजी, न्यूक्लियर मेडिसिन और रेडियोलॉजी के तीन मॉड्यूल में चार सप्ताह का गहन प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव सीएसआर राम ने कहा कि इससे बिम्सटेक देशों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलेगी और भविष्य में अनुसंधान नेटवर्क भी बनेगा। टीएमसी निदेशक डॉ. सुदीप गुप्ता ने बताया कि मुंबई स्थित केंद्रों में अत्याधुनिक तकनीकों पर यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है, आगे इसे देशभर के अन्य टीएमसी इकाइयों में भी विस्तार दिया जाएगा। यह कार्यक्रम बिम्सटेक देशों में स्वास्थ्य सहयोग को नई दिशा देगा।
ऐतिहासिक होगा पीएम मोदी का ब्राजील दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद अब ब्रासीलिया जाएंगे, जहां उन्हें राजकीय अतिथि का सम्मान दिया जाएगा। ब्राजील में भारत के राजदूत दिनेश भाटिया ने कहा कि यह 57 साल में पहली बार किसी भारतीय प्रधानमंत्री का ब्राजील का पहला राजकीय दौरा है। भाटिया ने कहा कि हमें उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच चार समझौतों पर हस्ताक्षर हो सकते हैं, जिनमें अक्षय ऊर्जा, आतंकवाद से निपटना, कृषि में अनुसंधान सहयोग साथ ही गोपनीय जानकारी का आदान-प्रदान के समझौते शामिल हैं।
तेजी से बदलती दुनिया में ब्रिक्स सम्मेलन की अहमियत
ब्रिक्स समिट को लेकर भारत के आर्थिक संबंधों के सचिव दम्मू रवि ने ब्रिक्स सम्मेलन को लेकर कहा कि ‘तेजी से बदलती दुनिया में ब्रिक्स सम्मेलन की काफी अहमियत है। भारत, ब्रिक्स का संस्थापक सदस्य देश है और अगले साल ब्रिक्स की अध्यक्षता भारत करेगा। प्रधानमंत्री ने ब्रिक्स सम्मेलन में दोहराया कि 20वीं सदी के वैश्विक संगठनों में 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने की क्षमता का अभाव है।
वियतनामी समकक्ष के साथ पीएम मोदी की बातचीत
ब्राजील में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी ने वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चीन्ह के साथ भी द्विपक्षीय बैठक की। पीएम मोदी ने कहा कि बैठक के दौरान अच्छी बातचीत हुई।
BRICS से जुड़े इंडोनेशिया और बेलारूस, मलेशिया सहित 10 साझेदार देश
ब्राजील में आयोजित 17वें ब्रिक्स सम्मलेन में 10 साझेदार देशों का सदस्य के रूप में स्वागत किया गया। ब्रिक्स देशों के नेताओं ने सदस्य के रूप में इंडोनेशिया का स्वागत किया, जबकि बेलारूस, बोलीविया, कजाकिस्तान, नाइजीरिया, मलेशिया, थाईलैंड, क्यूबा, वियतनाम, युगांडा और उज्बेकिस्तान का स्वागत किया।
BRICS के मंच पर सीओपी 33 की मेजबानी पर चर्चा, भारत की उम्मीदवारी का स्वागत
ब्रिक्स देशों के नेताओं ने वर्ष 2028 में जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसी सी) के 33वें सम्मेलन (सीओपी 33) की मेजबानी के लिए भारत की उम्मीदवारी का स्वागत किया है। रविवार को 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में इस संबंध में एक संयुक्त घोषणापत्र भी जारी हुआ। इसमें सभी देशों ने पेरिस समझौते के उद्देश्य और लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए एकजुट रहने की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की।
BRICS के मंच पर नेताओं ने एकतरफा टैरिफ पर जताई चिंता
ब्रिक्स समूह के नेताओं ने एकतरफा टैरिफ और गैर-टैरिफ उपायों के बढ़ने पर भी गंभीर चिंता व्यक्त की, जिसे टैरिफ पर वाशिंगटन की नीति के अप्रत्यक्ष संदर्भ के रूप में देखा गया। ब्रिक्स ने दुनिया के कई हिस्सों में चल रहे संघर्षों और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में ध्रुवीकरण और विखंडन की वर्तमान स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की। इसमें कहा गया, हम कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्र की स्थिति के बारे में अपनी गंभीर चिंता दोहराते हैं।
ईरानी विदेश मंत्री से जयशंकर की मुलाकात
ब्रिक्स देशों के सम्मेलन में ईरानी विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराघची भी पहुंचे। ब्राजील दौरे पर आए ईरानी समकक्ष से विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने मुलाकात कर पश्चिम एशिया के मौजूदा हालात पर बातचीत की। विदेश मंत्री जयशंकर ने एक्स पर तस्वीर साझा कर लिखा, ‘हमारी बातचीत हाल के क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर केंद्रित रही।’
जयशंकर मैक्सिको के विदेश मंत्री से भी मिले
ब्राजील में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने मैक्सिको के विदेश मामलों के सचिव जुआन रामोन डे ला फ़ुएंते से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने “स्वास्थ्य, डिजिटल, प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष पर ध्यान केंद्रित करते हुए दोनों देशों की साझेदारी को आगे बढ़ाने पर चर्चा की।
आतंकवाद के मुद्दे पर भारत की दो टूक, पीएम मोदी ने कही यह बात
गौरतलब है कि दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में मेजबान ब्राजील के अलावा रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका भी शामिल हुए। इनके साथ-साथ नए सदस्य मिस्र, इथियोपिया, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात और इंडोनेशिया के नेता भी रियो डी जेनेरियों पहुंचे। रविवार को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद की निंदा ‘सुविधाजनक’ तरीके से नहीं, ‘सैद्धांतिक’ रूप से की जानी चाहिए। उन्होंने इसे वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में मानवता के लिए ‘सबसे गंभीर चुनौती’ बताया।