मौसम विभाग ने पूर्वी और दक्षिण भारत के कई तटीय व आंतरिक इलाकों में आगामी दिनों के लिए हाई अलर्ट जारी किया है। बंगाल की खाड़ी में बने गहरे निम्न दबाव क्षेत्र के प्रभाव से तेज हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है। विभाग ने चेतावनी दी है कि कुछ स्थानों पर हवा की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जिससे जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है।
अधिकारियों के अनुसार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के समुद्र तटीय जिलों पर सबसे अधिक असर दिख सकता है। समुद्र में लहरें ऊंची उठने की संभावना को देखते हुए मछुआरों को गहरे समुद्र में न जाने के निर्देश दिए गए हैं। पहले से समुद्र में मौजूद नौकाओं को सुरक्षित तट पर लौटने की सलाह दी गई है।
आपदा प्रबंधन एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है और संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है। निम्न इलाकों में जलभराव रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन ने सभी आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं। बिजली गिरने और पेड़ों के उखड़ने की आशंका को देखते हुए नागरिकों को घरों से अनावश्यक बाहर न निकलने की हिदायत दी गई है।
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि प्रणाली के आगे और मजबूत होने की संभावना है, जिससे अगले 48 घंटों में मौसम और अधिक खराब हो सकता है। स्कूलों और अन्य सार्वजनिक गतिविधियों पर भी स्थिति के अनुसार निर्णय लिया जाएगा।
प्रशासन ने रेड और ऑरेंज अलर्ट के दौरान लोगों से सतर्क रहने, आपात सेवाओं के संपर्क नंबर सुरक्षित रखने और आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करने की अपील की है, ताकि किसी भी संभावित नुकसान को कम किया जा सके।





