काठमांडू। नेपाल में लगातार हो रही भारी बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। देश के कई हिस्सों में भूस्खलन और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे परिवहन और संचार सेवाएं बाधित हो गई हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नेपाल सरकार ने दो दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है, वहीं मौसम विभाग ने छह अक्तूबर तक के लिए अलर्ट जारी किया है।
राजधानी काठमांडू सहित पोखरा, ललितपुर, चितवन और सिंधुपालचोक जिलों में भारी वर्षा के चलते घरेलू उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। हवाई अड्डा प्राधिकरण के अनुसार, दृश्यता बेहद कम होने और रनवे पर जलभराव के कारण उड़ानों का संचालन असुरक्षित हो गया है। कई यात्री एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं।
नेपाल मौसम विभाग के मुताबिक, देश के मध्य और पश्चिमी पहाड़ी इलाकों में अगले 48 घंटे तक तेज बारिश जारी रहने की संभावना है। विभाग ने नदियों के जलस्तर में अचानक वृद्धि की चेतावनी दी है और लोगों को नदी किनारे और भूस्खलन-प्रवण क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है।
सरकार ने आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट पर रखा है। गृह मंत्रालय ने बताया कि बचाव दलों को संवेदनशील जिलों में तैनात किया गया है। स्थानीय प्रशासन ने स्कूलों, सरकारी कार्यालयों और बाजारों को दो दिन के लिए बंद रखने का निर्देश दिया है।
पोखरा और आसपास के इलाकों में कई घरों में पानी घुस गया है, जबकि पहाड़ी इलाकों में सड़कों के बाधित होने से कई गांवों का संपर्क टूट गया है। अब तक दर्जनों मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, हालांकि किसी बड़े जनहानि की सूचना नहीं है।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने स्थिति की समीक्षा करते हुए राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि यह वर्षा दक्षिण-पश्चिमी मानसून के अंतिम चरण की है, लेकिन इस बार मानसूनी दबाव असामान्य रूप से सक्रिय हो गया है, जिससे नेपाल के अधिकांश हिस्सों में अक्टूबर के पहले सप्ताह तक बारिश बनी रह सकती है।





