चारधाम यात्रा को सुचारू और सुरक्षित बनाए रखने के लिए केंद्र सरकार सक्रिय हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत कर केदारनाथ समेत राज्य के विभिन्न क्षेत्रों की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने आश्वस्त किया कि केंद्र की आपात राहत एजेंसियां—NDRF (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) और ITBP (भारत तिब्बत सीमा पुलिस) को तत्काल प्रभाव से तैनात किया जा रहा है।
गृह मंत्री शाह ने कहा कि चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए केंद्र हर संभव सहायता उपलब्ध कराएगा। राज्य के संवेदनशील जिलों में सतत निगरानी बनाए रखते हुए ज़रूरी राहत संसाधनों की तत्परता सुनिश्चित की जाएगी। मुख्यमंत्री धामी ने केंद्र सरकार के सहयोग के लिए गृह मंत्री का आभार व्यक्त किया।
यात्रा मार्गों में कई जगह बाधाएं
इधर, गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर छौड़ी गदेरे में पहाड़ी से गिरे बोल्डर और मलबे के कारण यात्रा करीब तीन घंटे बाधित रही। इस दौरान यात्रियों को गौरीकुंड, भीमबली और जंगलचट्टी में रोका गया। दोपहर 11 बजे के बाद दोबारा यात्रा शुरू हो सकी।
चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे पर उमट्टा भूस्खलन क्षेत्र में मलबा आने के कारण शुक्रवार सुबह करीब दो घंटे तक यातायात ठप रहा। वहीं गंगोत्री हाईवे पर पपड़गाड के पास लगभग 25 मीटर सड़क धंस गई, जिससे आठ घंटे तक आवाजाही बंद रही।
यमुनोत्री हाईवे बीते छह दिनों से बंद है, जिससे श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने शनिवार के लिए बागेश्वर और रुद्रप्रयाग जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा देहरादून, पिथौरागढ़, नैनीताल और चमोली जनपदों में तेज बारिश का यलो अलर्ट घोषित किया गया है। विभाग के मुताबिक, पहाड़ी जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान तेज बारिश के आसार हैं।
प्रशासन सतर्क
चारधाम यात्रा के मद्देनजर राज्य प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें उच्च अलर्ट पर हैं। शासन ने जिलाधिकारियों को संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी और राहत कार्यों के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।