नई दिल्ली: कोकीन तस्करी और उससे जुड़े धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो विदेशी नागरिकों सहित कुल सात लोगों को आरोपी बनाया है। यह मामला अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स स्मगलिंग नेटवर्क से जुड़ा बताया जा रहा है, जिसके जरिए भारी मात्रा में कोकीन भारत में पहुंचाई जा रही थी और अवैध लेन-देन के जरिए मुनाफा कमाया जा रहा था।
ईडी की जांच के अनुसार, आरोपियों का नेटवर्क विदेशों से ड्रग्स की खेप मंगवाकर देश के प्रमुख शहरों में सप्लाई करता था। इस अवैध कारोबार से होने वाली कमाई को जटिल वित्तीय लेन-देन, हवाला और फर्जी कंपनियों के माध्यम से सफेद किया जाता था। जांच एजेंसी का कहना है कि यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और अब तक करोड़ों रुपये की काली कमाई को वैध रूप में बदला जा चुका है।
सूत्रों की मानें तो ईडी ने मामले में कई स्थानों पर छापेमारी कर अहम दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और संदिग्ध लेन-देन से जुड़े साक्ष्य जब्त किए हैं। इनमें बैंक खातों का ब्योरा और विदेशों से जुड़े वित्तीय रिकॉर्ड भी शामिल हैं। जांच एजेंसी इस पूरे नेटवर्क में शामिल अन्य संदिग्धों की पहचान में भी जुटी है।
इस केस में विदेशी नागरिकों के शामिल होने ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंताओं को और बढ़ा दिया है। माना जा रहा है कि ड्रग्स सप्लाई चेन का सिरा दक्षिण अमेरिकी देशों से जुड़ा हुआ है, जबकि भारत में इसका विस्तार महानगरों से लेकर पर्यटन स्थलों तक फैला हुआ है।
ईडी ने अदालत में दाखिल शिकायत में कहा है कि आरोपियों के खिलाफ धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कार्रवाई की गई है और उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही आगे बढ़ाई जाएगी। इससे पहले, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा की गई कार्रवाई के आधार पर यह मामला ईडी को सौंपा गया था।
जांच एजेंसियां उम्मीद जता रही हैं कि इस कार्रवाई से ड्रग्स तस्करी के नेटवर्क पर बड़ा असर पड़ेगा और इस तरह के संगठित अपराधों पर रोक लगाने में मदद मिलेगी।





