लंदन। ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू एक बार फिर विवादों में हैं। अमेरिकी फाइनेंसर जेफ्री एपस्टीन से जुड़े यौन शोषण कांड में नाम आने के बाद अब उनके खिलाफ कड़ा कदम उठाया जा सकता है। ब्रिटिश मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, किंग चार्ल्स तृतीय प्रिंस एंड्रयू से उनकी शाही उपाधि और विशेषाधिकार छीनने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं।
राजघराने से जुड़े सूत्रों के अनुसार, लंबे समय से चले आ रहे इस विवाद ने शाही परिवार की छवि पर नकारात्मक असर डाला है। माना जा रहा है कि राजा चार्ल्स, शाही संस्थान की गरिमा बनाए रखने के लिए अपने छोटे भाई प्रिंस एंड्रयू के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कर सकते हैं।
क्या है पूरा विवाद
प्रिंस एंड्रयू का नाम अमेरिकी अरबपति जेफ्री एपस्टीन से जुड़े सेक्स ट्रैफिकिंग और यौन शोषण मामले में सामने आया था। एपस्टीन को 2019 में गिरफ्तार किया गया था, जिसके कुछ ही समय बाद उसने जेल में आत्महत्या कर ली थी। हालांकि, उसके कई सहयोगियों और परिचितों के खिलाफ जांच अब भी जारी है।
एपस्टीन की एक कथित पीड़िता वर्जीनिया गिउफ्रे ने दावा किया था कि 2001 में, जब वह नाबालिग थी, तब उसे प्रिंस एंड्रयू के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया था। एंड्रयू ने इन आरोपों से साफ इनकार किया था, लेकिन अदालत के बाहर समझौता कर मामले को खत्म किया गया, जिससे विवाद और गहराता गया।
कौन से अधिकार छिन सकते हैं
ब्रिटिश राजशाही से जुड़े जानकारों के अनुसार, यदि राजा चार्ल्स तृतीय ने निर्णय लिया, तो प्रिंस एंड्रयू से निम्न अधिकार छीने जा सकते हैं—
• ‘ड्यूक ऑफ यॉर्क’ की उपाधि (जो उन्हें 1986 में दी गई थी)
• राजकीय दायित्वों और सार्वजनिक कार्यक्रमों में भागीदारी पर रोक
• बकिंघम पैलेस से मिलने वाली आधिकारिक सुविधाएं और आर्थिक सहायता समाप्त
वर्तमान में भी एंड्रयू को कई सार्वजनिक जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है और वे किसी भी आधिकारिक कार्यक्रम में शाही प्रतिनिधि के रूप में शामिल नहीं होते।
शाही परिवार की चिंता
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि प्रिंस एंड्रयू से जुड़ा विवाद ब्रिटिश राजशाही की साख को नुकसान पहुंचा रहा है। किंग चार्ल्स के लिए यह फैसला आसान नहीं है, क्योंकि वह अपने भाई हैं, लेकिन संस्था की विश्वसनीयता बनाए रखना उनके लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।
ब्रिटिश मीडिया के मुताबिक, आने वाले हफ्तों में शाही दरबार इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय ले सकता है। यदि एंड्रयू से उपाधि छिन जाती है, तो यह ब्रिटिश शाही इतिहास का अभूतपूर्व कदम होगा, जो परिवार के भीतर जवाबदेही और पारदर्शिता की दिशा में बड़ा संकेत माना जाएगा।
एपस्टीन कांड में फंसे प्रिंस एंड्रयू की मुश्किलें बढ़ीं, छिन सकती है शाही उपाधि ब्रिटिश शाही परिवार में मचा हड़कंप,


