इस्राइल और हमास के बीच चल रही जंग अब अपने 20वें महीने में पहुंच गई है, लेकिन हालात सुधरने की जगह और भी भयावह होते जा रहे हैं। जहां मंगलवार रात एक बार फिर इस्राइल ने गाजा में जोरदार हमला किया।इस हवाई हमलों में कम से कम 48 लोगों की मौत हो गई, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। यह जानकारी अस्पताल अधिकारियों ने बुधवार को दी।
इस्राइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष के बीच इस्राइल का ये हवाई हमला गाजा के बीचों-बीच बुरेज शरणार्थी कैंप में एक स्कूल पर हुआ, जहां सैकड़ों विस्थापित लोग शरण लिए हुए थे। इस हमले में 27 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 9 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं। यह स्कूल युद्ध शुरू होने के बाद से पांचवीं बार निशाना बना है। हालांकि इस्राइली सेना ने इन हमलों पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन उसका कहना है कि हमास नागरिक इमारतों और स्कूलों से ऑपरेट करता है, इसलिए वह जिम्मेदार है।
बता दें कि बीते दिनों इस्राइल ने गाजा पर अपना सैन्य अभियान और तेज करने की योजना को मंजूरी दी है। इस योजना में गाजा के बड़े हिस्से पर कब्जा, लोगों को जबरन दक्षिण गाजा की ओर भेजना, और सहायता वितरण पर नियंत्रण हासिल करना शामिल है। इसमें निजी सुरक्षा एजेंसियों की मदद लेने की बात भी शामिल है। इस योजना को लागू करने के लिए इस्राइल हजारों रिजर्व सैनिकों को बुला रहा है। हालांकि, यह योजना अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस महीने के अंत में क्षेत्रीय दौरे के बाद ही लागू की जाएगी।
अब सवाल ये खड़ा हो रहा है कि अगर इस्राइल की योजना लागू हो जाती है, तो क्या होगा। गौरतलब है कि अगर यह योजना आगे बढ़ती है, तो हिंसा और मौतों की संख्या और बढ़ सकती है। साथ ही गाजा पर इस्राइली कब्जा स्थायी रूप से हो सकता है, जिससे यह सवाल उठता है कि वहां प्रशासन कैसे चलाया जाएगा, खासकर तब, जब ट्रंप की गाजा पर कब्जे की योजना को इस्राइल अपनाने पर विचार कर रहा है।