Monday, June 16, 2025

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अंकिता हत्याकांड: दोषियों को उम्रकैद, फूट-फूटकर रो पड़ीं मां, बोलीं – ‘फांसी चाहिए थी, अब हाईकोर्ट जाएंगे’

ऋषिकेश, उत्तराखंड: बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में अदालत ने दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई। जैसे ही न्यायालय ने यह फैसला सुनाया, कोर्ट परिसर में एक सन्नाटा छा गया। पीड़िता की मां सोनी देवी की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। वे फूट-फूटकर रोने लगीं और बोलीं, “मेरी बेटी को मार डाला, अब इन हत्यारों को फांसी क्यों नहीं दी गई? हम अब हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।”

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे) रीना नेगी की अदालत ने गुरुवार को सुनवाई पूरी कर तीनों आरोपियों को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अदालत ने साफ कहा कि यह हत्या सोच-समझकर और पूर्व नियोजित तरीके से की गई थी।
अदालत से बाहर आते वक्त अंकिता की मां लड़खड़ाते कदमों से सड़क पर बैठ गईं और रोते हुए कहा, “अगर आज इन्हें फांसी मिलती तो मेरी बेटी की आत्मा को भी शांति मिलती। मेरी दूसरी बेटी भी है… कल को उसके साथ भी कुछ हो गया तो? अब ये लड़ाई और बड़ी हो गई है।”

अंकिता के पिता बीरेंद्र सिंह ने भी दुख और गुस्से में कहा, “जिस तरह से मेरी बेटी को मारा गया, उसकी भरपाई मौत से ही हो सकती है। हम हाईकोर्ट जाएंगे और इन हत्यारों को फांसी की सजा दिलाकर रहेंगे। हमारे जीते जी इंसाफ चाहिए।”
अंकिता भंडारी एक रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में कार्यरत थी। अभियोजन के अनुसार, आरोपियों ने उस पर अनैतिक कार्य करने का दबाव डाला और जब उसने इसका विरोध किया, तो उसे ऋषिकेश के पास घुमाने के बहाने ले जाकर हत्या कर दी। छह दिन बाद उसका शव चीला नहर से बरामद हुआ था।

सोनी देवी ने उत्तराखंड की जनता और मीडिया का आभार जताते हुए कहा, “आप लोगों ने हमारी आवाज को बुलंद किया, पर लड़ाई अभी बाकी है। हमें फांसी चाहिए, ताकि कोई और बेटी इस तरह की दरिंदगी का शिकार न बने।”

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