यमन में लंबे समय से जारी संघर्ष के बीच हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं। हूती विद्रोहियों ने राजधानी सना में संयुक्त राष्ट्र (UN) के एक कार्यालय पर छापा मारकर 11 कर्मचारियों को बंधक बना लिया। इस घटना से अंतरराष्ट्रीय समुदाय में गहरी चिंता व्यक्त की जा रही है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हथियारबंद हूती लड़ाकों ने अचानक संयुक्त राष्ट्र कार्यालय में घुसपैठ की और वहां मौजूद कर्मचारियों को बाहर जाने से रोक दिया। इसके बाद उन्होंने सभी 11 कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया। बंधक बनाए गए लोगों में संयुक्त राष्ट्र की विभिन्न एजेंसियों से जुड़े कर्मचारी शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा है कि वह अपने कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर रूप से चिंतित है और सभी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है। वहीं, हूती विद्रोहियों की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है कि कर्मचारियों को क्यों बंधक बनाया गया।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम हूती विद्रोहियों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है। पहले भी कई बार विद्रोहियों पर मानवीय सहायता के कार्यों में बाधा डालने और राहत सामग्री पर कब्जा करने के आरोप लग चुके हैं।
गौरतलब है कि यमन में साल 2014 से गृहयुद्ध की स्थिति बनी हुई है। एक ओर हूती विद्रोही राजधानी सना और उत्तरी इलाकों पर नियंत्रण बनाए हुए हैं, जबकि दूसरी ओर सऊदी अरब समर्थित सरकार और उसके गठबंधन की सेनाएं विद्रोहियों के खिलाफ मोर्चा संभाले हुए हैं। इस संघर्ष ने लाखों लोगों को विस्थापित कर दिया है और यमन को दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय संकट क्षेत्र बना दिया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उम्मीद जताई जा रही है कि संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक समुदाय के दबाव में विद्रोही जल्द ही बंधकों को रिहा करेंगे।