अरबपति एलन मस्क इन दिनों काफी चर्चा में हैं। एक तरफ जहां अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें अपनी कैबिनेट में अहम स्थान दिया है तो दूसरी ओर इटली के राष्ट्रपति सर्जियो मटेरेला ने बुधवार को एलन मस्क के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि वे इटली के राजनीतिक मामलों में हस्तक्षेप न करें।
राष्ट्रपति सर्जियो की ये प्रतिक्रिया मस्क के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि रोम के न्यायाधीशों को बाहर भेजा जाना चाहिए। जिन्होंने अल्बानिया में शरणार्थियों को हिरासत में लेने के इटली सरकार के कदम की वैधता पर सवाल उठाया था। यह कदम मेलोनी की उस योजना को चुनौती दे रहा था, जिसका उद्देश्य अवैध आव्रजन को रोकना था। राष्ट्रपति मटेरेला ने ट्रंप के जवाब में कहा इटली एक महान लोकतांत्रिक देश है और वह जानता है कि अपनी देखभाल कैसे करनी है। उन्होंने कहा कोई भी व्यक्ति खासकर यदि वह किसी मित्र हो अगर देश की सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा हो तो उसे उस देश की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए और निर्देश देने का काम नहीं करना चाहिए।
बता दें कि यह बयान इटली में सत्तारूढ़ गठबंधन और न्यायपालिका के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में आया। बात इस फैसले में मस्क की भूमिका की करें तो न्यायाधीशों के इस फैसले से इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी पर सवाल खड़े हो रहे थे और मस्क इटली के प्रधानमंत्री मेलोनी के मित्र हैं। न्यायाधीशों के इस कदम का नतीजा यह हुआ कि कुछ प्रवासियों को अल्बानिया से इटली लाना पड़ा, जिससे मेलोनी की नीति पर सवाल उठे। हलांकि मस्क की टिप्पणी को बहुत समर्थन मिला। बता दें कि ये खबर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा मस्क को अमेरिका में सरकार बनाने में मदद करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका देने के ऐलान से कुछ ही घंटे पहले आई।
हालांकि राष्ट्रपति के जवाब के बाद मस्क ने अपने इटली की प्रतिनिधि एंड्रिया स्ट्रोप्पा के माध्यम से एक बयान जारी किया। जिसमें उन्होंने मटेरेला और इटली के संविधान का सम्मान व्यक्त किया, लेकिन यह भी कहा कि वे “अपनी राय स्वतंत्र रूप से व्यक्त करना जारी रखेंगे।