उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सैनिक परिवारों के प्रति सरकार की संवेदनशीलता को दोहराते हुए कहा कि वे स्वयं एक सैनिक के पुत्र हैं और उन्होंने सेना से जुड़े परिवारों तथा उनके बच्चों की चुनौतियों को बहुत नजदीक से देखा और महसूस किया है। मुख्यमंत्री ने यह बात एक कार्यक्रम के दौरान कही, जहां उन्होंने पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों को संबोधित किया।
सीएम धामी ने कहा कि सैनिक परिवारों के बच्चों को बार-बार स्थानांतरण, शिक्षा में व्यवधान और अभिभावक के लंबे समय तक घर से दूर रहने जैसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों को समझते हुए राज्य सरकार सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए लगातार नई योजनाएं लागू कर रही है।
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि सैनिकों के बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि छात्रवृत्ति, रोजगार में प्राथमिकता, आवास और चिकित्सा सुविधाओं से जुड़ी योजनाओं के माध्यम से सैनिक परिवारों को सहयोग दिया जा रहा है।
सीएम धामी ने कहा कि देश की सुरक्षा में सैनिकों का योगदान अतुलनीय है और उनके परिवारों का त्याग भी उतना ही महत्वपूर्ण है। सरकार का दायित्व है कि वह सैनिकों और उनके परिजनों के सम्मान, सुरक्षा और सुविधाओं का पूरा ध्यान रखे।
कार्यक्रम में मौजूद पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों ने मुख्यमंत्री के वक्तव्य का स्वागत करते हुए सरकार की पहल की सराहना की।





