कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सुप्रीम कोर्ट की उस टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें राहुल गांधी के बयान को लेकर कहा गया था कि “एक सच्चा भारतीय ऐसा बयान नहीं देगा।” प्रियंका ने कहा कि “सुप्रीम कोर्ट के जज यह तय नहीं कर सकते कि कौन सच्चा भारतीय है। विपक्ष का कर्तव्य है कि वह सरकार से सवाल पूछे और उसे चुनौती दे।”
यह विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब सुप्रीम कोर्ट ने 9 दिसंबर 2022 को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी द्वारा सेना पर दिए गए बयान पर लखनऊ की अदालत में दर्ज मामले में कार्यवाही पर रोक तो लगा दी, लेकिन यह टिप्पणी भी की कि “अगर वह सच्चे भारतीय हैं, तो उन्हें ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था।”
प्रियंका गांधी ने कहा कि उनके भाई सेना का हमेशा सम्मान करते हैं और उनके बयान को तोड़ा-मरोड़ा गया है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मैं माननीय सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करती हूं, लेकिन यह फैसला करना उनका काम नहीं है कि कौन सच्चा भारतीय है।”
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज
इस मुद्दे पर भाजपा ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने “चीन को मजबूत करने की कसम खाई है”। वहीं, कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि गलवां घाटी की घटना के बाद देश के सच्चे देशभक्तों ने सरकार से जवाब मांगा, लेकिन केंद्र सरकार “डीडीएलजे नीति – डिनाई, डिस्ट्रैक्ट, लाइ, जस्टिफाई” के जरिए सच्चाई छिपा रही है।