देहरादून/हरिद्वार।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी हरिद्वार कुंभ मेले 2025 की तैयारियों को लेकर सोमवार को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी निर्माण, विकास और सौंदर्यीकरण कार्य समयसीमा के भीतर पूरे किए जाएं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
आधुनिक सुविधाओं पर जोर
सीएम धामी ने कहा कि कुंभ मेला केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का अद्वितीय प्रतीक है। इसलिए इस बार का कुंभ मेला “दिव्य और भव्य” होगा। इसके लिए आधुनिक सुविधाओं, स्वच्छता और यातायात व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी परियोजनाओं को तय गुणवत्ता और मानकों के अनुरूप पूरा किया जाए।
पर्यटन और धर्म का संगम
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ मेले का आयोजन न केवल करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा है, बल्कि यह उत्तराखंड के लिए पर्यटन और आर्थिकी को गति देने का बड़ा अवसर भी है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि हरिद्वार में आने वाले देश-विदेश के श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुरक्षित, स्वच्छ और सुविधाजनक वातावरण उपलब्ध कराया जाए।
यातायात और सुरक्षा पर विशेष फोकस
बैठक में यातायात प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवाएं, पेयजल आपूर्ति, बिजली, स्वच्छता, पार्किंग, आपदा प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था जैसे अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि भीड़ नियंत्रण और आपात स्थिति से निपटने के लिए पहले से मजबूत कार्ययोजना तैयार रखी जाए।
समन्वय पर दिया जोर
सीएम धामी ने कहा कि मेला क्षेत्र में कार्य कर रही सभी एजेंसियों और विभागों के बीच बेहतर तालमेल और समन्वय होना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि लापरवाही या देर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जनभागीदारी भी होगी अहम
मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों, स्वयंसेवी संगठनों और धार्मिक संस्थाओं से भी अपील की कि वे मेला आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाएं, ताकि “हरिद्वार कुंभ-2025” एक अविस्मरणीय अनुभव बन सके।