Thursday, October 30, 2025

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व्लादिमीर पुतिन का दावा— रूस ने दो यूक्रेनी शहरों को घेरा, कीव ने बताया झूठ

मॉस्को/कीव। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया है कि रूस ने दो प्रमुख यूक्रेनी शहरों को पूरी तरह से घेर लिया है, जिससे यूक्रेनी सेना की आपूर्ति लाइनों पर नियंत्रण स्थापित हो गया है। हालांकि, यूक्रेन ने इस दावे को पूरी तरह खारिज करते हुए इसे “झूठा प्रचार” बताया है।

रूसी सरकारी मीडिया के अनुसार, पुतिन ने बुधवार को रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक में कहा कि “रूसी बलों ने पूर्वी और दक्षिणी मोर्चे पर महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की है और दो बड़े शहरों को चारों ओर से घेर लिया गया है।” उन्होंने कहा कि यह कदम “विशेष सैन्य अभियान के अगले चरण” का संकेत है।

हालांकि, पुतिन ने उन शहरों के नाम सार्वजनिक नहीं किए। उन्होंने केवल इतना कहा कि “यूक्रेनी सेना को पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा है और रूस अब निर्णायक स्थिति में है।”

दूसरी ओर, यूक्रेनी सेना और राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के कार्यालय ने पुतिन के दावे को “भ्रामक सूचना” बताया। यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “रूसी राष्ट्रपति झूठ फैलाकर अपने नागरिकों का ध्यान मोर्चे पर झेल रही भारी क्षति से हटाना चाहते हैं। हमारे किसी भी बड़े शहर को घेरा नहीं गया है, बल्कि कई इलाकों में हमारी सेना पलटवार कर रही है।”

कीव ने यह भी कहा कि रूस की ओर से लगातार ड्रोन और मिसाइल हमलों में वृद्धि हुई है, जिससे नागरिक इलाकों को नुकसान पहुंचा है। यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, बीते 24 घंटे में खारकीव, डोनेट्स्क और माईकोलाइव क्षेत्रों में कई इमारतें और ऊर्जा प्रतिष्ठान निशाना बने हैं।

वहीं, पश्चिमी देशों के रक्षा विश्लेषकों ने भी पुतिन के दावे पर संदेह जताया है। ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय की खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, “रूसी सेना कुछ इलाकों में मामूली बढ़त जरूर बना रही है, लेकिन किसी बड़े यूक्रेनी शहर को घेरने का प्रमाण नहीं मिला है।”

रूस के इस ताजा दावे ने दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष को और तीखा बना दिया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस पर चिंता जताते हुए दोनों पक्षों से संवाद और युद्धविराम की दिशा में कदम बढ़ाने की अपील की है।

युद्ध के लगभग तीन वर्ष पूरे होने को हैं, लेकिन न तो रूस को निर्णायक जीत मिली है और न ही यूक्रेन झुकने को तैयार है। ऐसे में पुतिन का नया दावा सूचना युद्ध के एक और दौर की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।

 

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