चीन ने मंगलवार को कहा कि ब्रिक्स समूह अब और अधिक प्रभावशाली हो रहा है। यह समूह अब वैश्विक दक्षिण यानी विकासशील देशों के बीच एकजुटता और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए मुख्य मंच बन गया है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग मीडिया से बातचीत में कहा कि नए सदस्य देशों के जुड़ने से यह समूह और भी मजबूत हो गया है। अब ब्रिक्स का प्रतिनिधित्व पहले से ज्यादा बढ़ गया है और यह समूह दुनिया में अपनी भूमिका और प्रभाव बढ़ा रहा है। माओ ने कहा कि ब्रिक्स के सभी सदस्य देशों के बीच ‘नए भागीदार देशों की सूची’ पर सहमति बनी है। इस सूची में इंडोनेशिया, मलयेशिया, थाईलैंड, बेलारूस, बोलीविया, क्यूबा, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और युगांडा जैसे देशों को शामिल किया गया है। ब्रिक्स की शुरुआत ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका से हुई थी। अब मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को भी नए सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने आगे कहा कि उनका देश ब्रिक्स के अन्य देशों और भागीदार देशों के साथ मिलकर खुले,समावेशी और सभी के लिए लाभकारी सहयोग के सिद्धांत पर काम करने के लिए तैयार है।