ट्रंप प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी वेनेजुएला गए हैं। एक अमेरिकी अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि उनकी यात्रा का उद्देश्य वहां की निकोलस मादुरो सरकार से उन प्रवासियों को वापस लेने का आग्रह करना है, जिन्होंने अमेरिका में अपराध किए हैं। इस दौरान वह वेनेजुएला की सरकार से कुछ अमेरिकियों को भी रिहा करने का आग्रह करेंगे, जो वहां की जेल में बंद हैं। रिचर्ड ग्रेनेल की यात्रा कुछ वेनेजुएलावासियों के लिए चौंकाने वाली हो सकती है, क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि ट्रंप अपने पहले कार्यकाल में वेनेजुएला के नेता के खिलाफ अपनाए गए ‘अधिकतम दबाव’ अभियान को जारी रखेंगे। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रिचर्ड ग्रेनेल को विशेष मिशनों के लिए दूत नियुक्त किया है। इसके अलावा, वह पहले ट्रंप प्रशासन के दौरान जर्मनी में अमेरिकी राजदूत और राष्ट्रीय खुफिया के कार्यवाहक निदेशक के रूप में कार्य कर चुके हैं।
लैटिन अमेरिका के लिए ट्रंप के विशेष मौरिसियो क्लेवर-कैरोन ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने ग्रेनेल की कराकस यात्रा की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि ग्रेनेल एक ‘बहुत विशेष मिशन’ पर वेनेजुएला गए हैं, जो किसी भी तरह से दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र में लोकतंत्र को बहाल करने के ट्रंप प्रशासन के लक्ष्य से अलग नहीं है।
क्लेवर-कैरोन ने वेनेजुएला की मादुरो सरकार को एक संदेश दिया और कहा कि उन्हें ग्रेनेल के सुझाव पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इसके नतीजे अन्यथा गंभीर हो सकते हैं। बता दें कि क्लेवर-कैरोन पहले ट्रंप प्रशासन के दौरान उनके शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा सहयोगी रह चुके हैं।