विशाखापट्टनम। औद्योगिक नगरी विशाखापट्टनम एक बार फिर हादसे से दहल गई। रविवार देर रात शहर की एक कैमिकल फैक्ट्री में अचानक भीषण आग भड़क उठी। आग इतनी तेज थी कि कुछ ही मिनटों में पूरे परिसर में लपटें और धुआं फैल गया। देखते ही देखते आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने का अभियान शुरू किया, लेकिन रसायनों के कारण आग तेजी से फैलती रही। अंततः नौसेना की विशेष अग्निशमन इकाई को बुलाया गया, जिसकी मदद से कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, आग फैक्ट्री के स्टोरेज यूनिट से शुरू हुई, जहां बड़ी मात्रा में रसायन और ज्वलनशील पदार्थ रखे गए थे। जैसे ही आग फैली, रसायनों के कारण विस्फोट जैसे धमाके भी सुनाई दिए, जिससे स्थिति और भयावह हो गई। आसपास के रिहायशी इलाकों में लोगों को एहतियातन घरों से बाहर निकाल दिया गया।
दमकल विभाग ने आग बुझाने के लिए लगातार पानी की बौछारों और फोम का इस्तेमाल किया। बावजूद इसके, आग की तीव्रता को देखते हुए नौसेना की मदद लेनी पड़ी। नौसेना के जवानों ने अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से आग पर नियंत्रण पाने में सफलता हासिल की।
सौभाग्य से इस हादसे में अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, हालांकि फैक्ट्री के भीतर रखे लाखों रुपये के रसायन और मशीनरी पूरी तरह जलकर खाक हो गए। घटना के कारण करोड़ों रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।
जिला प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग लगने का कारण माना जा रहा है। फैक्ट्री प्रबंधन से सुरक्षा मानकों और आपातकालीन इंतजामों को लेकर भी जवाब तलब किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि कैमिकल फैक्ट्री रिहायशी इलाके के करीब होने से हमेशा खतरा बना रहता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।