नई दिल्ली। भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने फिनलैंड की विदेश मंत्री एलीना वाल्टोनन से द्विपक्षीय संबंधों और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत की। यह वार्ता आपसी सहयोग को मजबूत करने और बदलते अंतरराष्ट्रीय हालात में साझेदारी को नई दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, डिजिटल तकनीक, स्वच्छ ऊर्जा, शिक्षा और आर्कटिक सहयोग जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किया। साथ ही, यूरोप और एशिया के बीच कनेक्टिविटी को और अधिक सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया।
वार्ता में यूक्रेन संकट, हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला जैसे अहम अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा हुई। जयशंकर ने कहा कि भारत और फिनलैंड के बीच गहरी लोकतांत्रिक साझेदारी है और दोनों देशों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मिलकर आगे बढ़ना चाहिए।
फिनलैंड की विदेश मंत्री वाल्टोनन ने भारत के साथ संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि उनकी सरकार शिक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा और हरित तकनीक में भारत के साथ सहयोग बढ़ाना चाहती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह वार्ता ऐसे समय में हुई है जब यूरोप और एशिया के कई देश आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी के नए रास्ते तलाश रहे हैं। भारत और फिनलैंड के बीच संवाद भविष्य की कूटनीतिक दिशा तय करने में अहम साबित हो सकता है।