रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साफ कर दिया है कि यूक्रेन में लक्ष्य पूरे होने से पहले वहां पर रूस की सैन्य कार्रवाई नहीं रुकेगी। पुतिन ने यह बात गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई टेलीफोन वार्ता में कही है।
यह वार्ता करीब एक घंटा चली और दोनों नेताओं के बीच बीते छह महीनों में हुई यह छठी टेलीफोन वार्ता थी। रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन के अनुसार दोनों नेताओं के बीच यूक्रेन और ईरान की स्थितियों पर चर्चा हुई।
पुतिन ने ईरान की स्थिति के लिए कहा कि वहां से संबंधित सभी मसलों का राजनीतिक और कूटनीतिक बातचीत से समाधान होना चाहिए। गत 22 जून को अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु संयंत्रों पर हमला किया था जिसकी रूस ने निंदा की थी। उससे पहले 13 जून को इजरायल ने ईरान पर हमला किया था, उसके साथ ईरान का युद्ध 12 दिन चला था।
यूक्रेन के संबंध में वार्ता में ट्रंप ने वहां पर लड़ाई रोके जाने के लिए जल्द वार्ता शुरू करने पर जोर दिया। जवाब में पुतिन ने कहा कि रूस यूक्रेन के साथ वार्ता के लिए तैयार है। साथ ही रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि उनका देश यूक्रेन के लिए तय लक्ष्यों को प्राप्त करना चाहेगा और उन कारणों की जड़ों को नष्ट करेगा जिनसे युद्ध छिड़ा।
पुतिन ने कहा, रूस ने फरवरी 2022 में अपनी सेना तब यूक्रेन भेजी जब वह (यूक्रेन) सैन्य संगठन नाटो में शामिल होने की तैयारी में था। उस समय यूक्रेन रूसी भाषा बोलने वाले अपने नागरिकों की रक्षा करना भी नहीं चाह रहा था। यूक्रेन के इस अड़ियल रुख में सहयोगी देश उसका साथ दे रहे थे।
पुतिन ने कहा, वर्तमान स्थिति में यूक्रेन नाटो में शामिल होने के अपने आवेदन को वापस ले और रूस के जीते इलाकों पर से दावा छोड़ दे तो रूस उसके साथ कोई भी शांति समझौता करने के लिए तैयार है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि वह जल्द ही अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से अमेरिका द्वारा रोकी गई सैन्य सामग्री के विषय में बात करेंगे। यूरोपीय सहयोगी देशों के नेताओं से वार्ता के लिए जेलेंस्की इस समय डेनमार्क में हैं।
ट्रंप और पुतिन की वार्ता पर जेलेंस्की ने कहा, वे दोनों बहुत अलग तरह के हैं। उनके बहुत से विचार एक जैसे हैं और कई मामले उनकी समान रुचि वाले हैं जिन पर वे बात कर सकते हैं। इसलिए उनकी बातचीत के बारे में वह कोई अंदाजा नहीं लगा सकते हैं।