रक्षा क्षेत्र में रूस ने एक नई तकनीकी उपलब्धि हासिल करते हुए दुनिया का पहला एंटी-ड्रोन सिम्युलेटर प्लेटफॉर्म तैयार किया है। इसे दक्षिणी संघीय विश्वविद्यालय (SFU) के छात्रों ने विकसित किया है।
कैसे करता है यह सिम्युलेटर काम?
- यह एक वर्चुअल युद्ध वातावरण तैयार करता है जो असली युद्ध जैसा अनुभव देता है।
- इसमें सैनिक एंटी-ड्रोन गन, डिटेक्शन सिस्टम और ड्रोन के संचालन की ट्रेनिंग लेते हैं।
- गेम इंजन पर आधारित यह प्लेटफॉर्म प्रशिक्षुओं को तेज और सटीक निर्णय लेने की क्षमता सिखाता है।
प्रमुख फायदे
- एंटी-ड्रोन हथियारों के संचालन में विशेषज्ञता
- डिटेक्शन सिस्टम को तेज़ी से ऑपरेट करने की ट्रेनिंग
- तनावपूर्ण युद्ध परिस्थितियों में निर्णय लेने की कुशलता
- थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों प्रशिक्षण, जिसमें वीडियो आधारित मूल्यांकन भी शामिल है।
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह सिम्युलेटर ड्रोन युद्धों की नई तकनीकी तैयारी में बड़ा बदलाव ला सकता है, खासकर ऐसे समय में जब ड्रोन युद्धक्षेत्र में निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं।