राज्यसभा के शीतकालीन सत्र में सोमवार को कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। सदस्यों ने आंगनवाड़ी केंद्रों की रसोई के आधुनिकीकरण, भोजपुरी एकेडमी की स्थापना तथा वायु प्रदूषण की बढ़ती समस्या जैसे विषयों पर सरकार का ध्यान आकर्षित किया। इन मुद्दों पर विभिन्न दलों के सांसदों ने विस्तृत रूप से अपने विचार रखे और तर्कों के साथ सरकार से तत्काल कदम उठाने की मांग की।
सदन में उठे प्रमुख मुद्दों में आंगनवाड़ी रसोईघरों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करने की आवश्यकता प्रमुख रही। सदस्यों ने कहा कि देशभर में बड़ी संख्या में आंगनवाड़ी केंद्र पुराने और जर्जर ढांचे में सेवाएं दे रहे हैं। यहां बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए पोषाहार तैयार करने के दौरान स्वच्छता और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता मिलनी चाहिए। सांसदों ने सुझाव दिया कि केंद्र सरकार को राज्यों के साथ मिलकर रसोईघरों को गैस कनेक्शन, सुरक्षित भंडारण सुविधाएं, स्वच्छ पानी और आधुनिक बर्तनों जैसी आवश्यकताओं से लैस करना चाहिए, ताकि पोषण योजनाओं का प्रभावी और सुरक्षित क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सके।
चर्चा के दौरान भोजपुरी एकेडमी की स्थापना का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया गया। सदस्यों ने कहा कि भोजपुरी भाषा देश के लाखों लोगों की मातृभाषा होने के बावजूद उसे अभी भी पर्याप्त संस्थागत समर्थन नहीं मिला है। उन्होंने आग्रह किया कि भोजपुरी एकेडमी की स्थापना से भाषा और साहित्य के संरक्षण, प्रचार-प्रसार और शोध गतिविधियों को बढ़ावा मिल सकेगा। यह कदम सांस्कृतिक विविधता और भाषाई पहचान को मजबूत करने की दिशा में भी महत्त्वपूर्ण साबित होगा।
सदन में वायु प्रदूषण की समस्या पर भी गंभीर चिंता जताई गई। सांसदों ने कहा कि दिल्ली सहित देश के कई प्रमुख शहर अत्यधिक प्रदूषण के स्तर से जूझ रहे हैं, जिसके स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक दुष्प्रभाव पड़ रहे हैं। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से समन्वित प्रयासों की मांग की, ताकि प्रदूषण के स्रोतों की पहचान कर उन पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें। सदस्यों ने उद्योगों, परिवहन, निर्माण कार्यों और पराली जलाने से होने वाले उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए कड़े नियम और निगरानी की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
सत्र के दौरान उठाए गए इन मुद्दों पर सरकार की ओर से आश्वासन दिया गया कि संबंधित विभाग इन विषयों पर गंभीरता से कार्य करेंगे और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। सदस्यों ने उम्मीद जताई कि आंगनवाड़ी रसोई के आधुनिकीकरण, भोजपुरी एकेडमी की स्थापना और वायु प्रदूषण नियंत्रण जैसे मुद्दों पर जल्द ही ठोस पहल देखने को मिलेगी।





