वरिष्ठ नेता और समाजसेवी दिवाकर भट्ट का सोमवार को हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनकी अंतिम यात्रा में भारी संख्या में लोग शामिल हुए। परिवारजनों, समर्थकों, सामाजिक प्रतिनिधियों और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
अंतिम संस्कार के दौरान राज्य सरकार की ओर से निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। अधिकारियों ने पुष्पचक्र अर्पित कर दिवाकर भट्ट के योगदानों को याद किया। उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में गहरा शोक व्यक्त किया जा रहा है।
दिवाकर भट्ट लंबे समय से सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रहे और उन्होंने कई महत्वपूर्ण सामाजिक एवं जनहित से जुड़े मुद्दों पर अपनी मजबूत भूमिका निभाई। स्थानीय स्तर पर उनके कार्यों और व्यक्तित्व का व्यापक प्रभाव था, जिसके चलते उनके निधन की खबर फैलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
उनके सम्मान में हरिद्वार ज़िले के सभी सरकारी कार्यालयों को आज बंद रखने का निर्णय लिया गया है। जिला प्रशासन ने बताया कि यह कदम दिवाकर भट्ट के सार्वजनिक जीवन में उल्लेखनीय योगदान को सम्मान देने और शोक प्रकट करने के लिए उठाया गया है। कार्यालयों के बंद रहने की सूचना सभी विभागों को भेज दी गई है।
दिवाकर भट्ट के अंतिम संस्कार के दौरान कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। सभी ने उनके निधन को राज्य के लिए अपूर्णीय क्षति बताया और कहा कि उनका समर्पण, सरलता और कार्यशैली हमेशा याद की जाएगी।




