Saturday, June 28, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

‘यूरोपीय देश आतंकवाद पर तटस्थ क्यों?’ भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिम देशों की चुप्पी पर उठाया सवाल

भारतीय सांसद का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इन दिनों यूरोप के दौरे पर है। इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने आतंकवाद पर अपने दोहरे मानदंडों के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने सवाल उठाया कि भारतीयों के जीवन को कम मूल्यवान क्यों माना जाता है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब भारत पर आतंकी हमले होते हैं, तो पश्चिमी देश चुप क्यों रहते हैं।
बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में बोलते हुए अकबर ने पूछा, ‘क्या इस दुनिया में दो कानून हैं? एक अमेरिका और पश्चिम के लिए और दूसरा भारत के लिए?’ उन्होंने कहा कि 9/11 हमले के बाद, अमेरिका ने 12,000 किलोमीटर दूर जाकर अफगानिस्तान और पाकिस्तान में कार्रवाई की। उन्होंने पाकिस्तान को जवाबदेह ठहराया और जनरल मुशर्रफ ने इसे स्वीकार किया। उन्होंने आगे कहा कि जब भारत आतंकवाद से लड़ने के लिए सिर्फ 500 किलोमीटर दूर कार्रवाई करता है, तो हमें संयम बरतने के लिए कहा जाता है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री अकबर ने जोर देकर कहा कि भारत बदला नहीं, बल्कि न्याय चाहता है। उन्होंने कहा, ‘भारतीयों की जान भी उतनी ही कीमती है, जितनी किसी और की। हम भी लोकतंत्र और आजादी के यूरोपीय मूल्यों को साझा करते हैं, फिर भी बहुत से लोग अभी भी तटस्थ हैं।’

शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी आतंकवादियों के पनाहगाह पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देकर अपने ही देश में लोकतंत्र को कमजोर करता है। उन्होंने पाकिस्तान की राजनीतिक हालत और सेना के दखल को लेकर चिंता जताई। उन्होंने पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की भारत-विरोधी टिप्पणियों को ‘कायरतापूर्ण और पाखंडपूर्ण बताया।
रविशंकर प्रसाद ने इस बात पर जोर दिया कि भारत का रुख न्याय पर आधारित है, बदले की भावना पर नहीं। उन्होंने कहा, ‘हम दुनिया से पूछना चाहते हैं, क्या आतंकवाद के शिकार लोगों के मानवाधिकार हैं या नहीं?’ उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने हमेशा संयम दिखाया है, लेकिन अब दुनिया से ठोस जवाबदेही चाहता है।
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल बेल्जियम, फ्रांस, जर्मनी, इटली, डेनमार्क और ब्रिटेन के दौरे पर है। इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा, कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी), एआईएडीएमके समेत सभी राजनीतिक दलों के सांसद और पूर्व राजनयिक शामिल हैं। प्रतिनिधिमंडल का मिशन सीमा पार आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका को उजागर करना और आतंकवाद के खिलाफ एक सुसंगत, मूल्य-आधारित वैश्विक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है।

Popular Articles