मॉस्को। रूस की राजधानी मॉस्को एक बार फिर भीषण बम धमाके से दहल उठी है। दो दिन पहले एक रूसी जनरल की सनसनीखेज हत्या के बाद हुए इस ताज़ा विस्फोटक हमले में दो पुलिस अधिकारियों सहित तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है। इस घटना ने क्रेमलिन की सुरक्षा व्यवस्था और राजधानी की अभेद्य घेराबंदी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रूसी जांच एजेंसियां इसे एक सोची-समझी आतंकी साजिश मानकर जांच कर रही हैं।
हमले का घटनाक्रम
प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह हमला मॉस्को के एक व्यस्त सुरक्षा चेकपॉइंट के पास हुआ।
- विस्फोट की तीव्रता: धमाका इतना शक्तिशाली था कि आसपास की इमारतों के शीशे टूट गए और खड़ी गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए। शुरुआती जांच में पता चला है कि विस्फोटक एक लावारिस वाहन या बैग में छिपाकर रखा गया था।
- निशाने पर सुरक्षाबल: हमला उस समय हुआ जब पुलिसकर्मी रूटीन चेकिंग कर रहे थे। धमाके की चपेट में आने से दो पुलिसकर्मियों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि एक नागरिक की भी मौत हो गई।
- घायलों की स्थिति: इस घटना में कम से कम 5 से 7 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जनरल की हत्या से जुड़ाव?
यह हमला ठीक उसी समय हुआ है जब रूस अपने एक वरिष्ठ जनरल की हत्या का शोक मना रहा है। दो दिन पहले ही एक अन्य हमले में रूसी जनरल की जान ले ली गई थी।
- प्रतिशोध की आशंका: रूसी सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ये हमले किसी बड़े नेटवर्क द्वारा रूसी सैन्य मनोबल को तोड़ने के लिए किए जा रहे हैं।
- सुरक्षा में बड़ी चूक: राजधानी के उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में विस्फोटक पहुंचना रूसी खुफिया एजेंसी (FSB) के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।
राष्ट्रपति पुतिन का सख्त रुख
हमले की जानकारी मिलते ही क्रेमलिन में उच्च स्तरीय आपातकालीन बैठक बुलाई गई। सरकार ने इसे ‘कायरतापूर्ण कृत्य’ करार देते हुए दोषियों को पाताल से भी खोज निकालने का संकल्प लिया है।
- हाई अलर्ट: मॉस्को के सभी हवाई अड्डों, मेट्रो स्टेशनों और सरकारी कार्यालयों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
- जांच के आदेश: एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया है जो जनरल की हत्या और इस धमाके के बीच संभावित संबंधों की पड़ताल करेगी।
“रूस को अस्थिर करने की हर कोशिश का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। हमारे वीर सैनिकों और नागरिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हम इस आतंक के स्रोत को जड़ से मिटा देंगे।” — रूसी सरकार के प्रवक्ता
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस हमले के बाद वैश्विक स्तर पर भी हलचल बढ़ गई है। कई देशों ने हिंसा की निंदा की है, वहीं पश्चिमी देशों के साथ जारी तनाव के बीच इस तरह के आंतरिक हमलों ने रूस के भीतर सुरक्षा चिंताओं को गहरा कर दिया है।





